जामताड़ा: कुंडहित प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय हरिनारायणपुर के सरकारी शिक्षक के पद पर पदस्थापित सहयोगी शिक्षक विकास सरकार के सेवानिवृत्त होने पर विद्यालय परिवार की ओर से सम्मान समारोह आयोजित कर दी गयी भावभीनी विदाई|कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रही सेवानिवृत्त हो रहे शिक्षक की माता प्रतिभा सरकार|बताते चले सम्मान समारोह के दौरान विद्यालय परिवार की ओर से शॉल ओढ़ाकर एवं फूलों का माला पहनाकर सेवानिवृत्त शिक्षक को सम्मानित किया गया| वही विद्यालय के छात्र/छात्राएं भी शिक्षक को डायरी,कलम देकर व फूलों का माला पहनाकर सेवानिवृत्त शिक्षक का पैर छुकर प्रणाम कर आशीर्वाद प्राप्त किया|बता दे विद्यालय के छात्र/छात्राएं सम्मान समारोह के पूर्व सेवानिवृत्त शिक्षक के हाथों केक कटवाकर स्वागत किया|मौके पर विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक दिनानाथ पाल ने संबोधित करते हुये कहा कि विकास सरकार का नाम जिस तरह है काम भी वैसा है|नाम विकास तो स्कूली बच्चों के पढ़ाई में कैसे विकास हो यह उनमें कुट-कुटकर शामिल है|कहा कि प्रतिदिन समय से पहले विद्यालय पहूंच जाते थे|विद्यालय में बच्चों का हमेशा कलास लेते रहे है|बैठकर बच्चों के समय को बर्बाद नहीं किया है|इस दौरान प्रभारी की आंख़ों से आंसू छलक गये|प्रभारी ने सेवानिवृत्त शिक्षक के सम्मान में पैर छुकर प्रणाम भी किया|मौके पर सेवानिवृत्त शिक्षक ने कहा कि वह 20 वर्ष की उम्र में सरकारी शिक्षक के रूप में पदस्थापित हो गये थे|कहा कि वह सर्वप्रथम नाला प्रखंड के मवि सूंदरपुर में सरकारी शिक्षक के पद पर पदस्थापित हुये|वही वर्ष 1988 में रामगढ़ जिला के प्रावि जियापनी,1988 से 1998 तक नाला प्रखंड के उमवि निश्चिंतपुर, 1998 से 2016 तक कुंडहित के उवि पुतुलबोना, 2016 से 2018 तक मवि छोलाबेड़िया, 1 महीना के लिए नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र उसके बाद से उमवि हरिनारायणपुर में 30 जून 2022 तक रहने के बाद सेवानिवृत्त हुये|कहा कि सौभाग्य रहा कि बच्चों को शिक्षा देकर अपने जीवन में एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुआ है|वही अपनी मां प्रतिभा सरकार के विषय में कहा कि माता-पिता से बढ़कर कोई नहीं है|कहा जिनके बदौलत हम सबने दुनिया देखी है| कहा कि इतनी उम्र मां जी की हो गयी पर आज भी स्कूल आता हूं तो अपने हाथों से ही रोटी तैयार कर देती है|एक मां ही है जिनके प्यार में किसी भी प्रकार की कोई शर्त नहीं होती है|यही नही रूके अपने मां के विषय में बताते-बताते रो पड़े|वही मौके पर सेवानिवृत्त शिक्षक की मां ने कहा कि उनका पुत्र सफलता हासिल कर बच्चों को शिक्षा देकर पुन्य का काम किया है,एक मां को इससे बढकर ईश्वर से ओर क्या चाहिए?मौके पर विद्यालय के शिक्षक अर्जुन सिंह, शिक्षिका डोली हेम्ब्रम,सेवानिवृत्त हुये शिक्षक की पत्नी पूर्णिमा सरकार,पुत्र जीत सरकार,कुंडहित संकुल के सीआरपी परेश चंद्र मंडल, संजीत मिस्त्री, भूतपूर्व विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष,समाजसेवी नित्यानंद मंडल, सशोधर राय एवं विद्यालय के छात्र/छात्राएं उपस्थित थें|