हैदराबाद. तेलुगू फिल्मों के सुपर स्टार, प्रोडक्न कंपनी के मालिक महेश बाबू की निर्माता के तौर पर अभिनेता अदिवि शेष की हिंदी और तेलुगू में बनी पहली फिल्म मेजर के हैदराबाद में हुए ट्रेलर लॉन्च के मौके पर स्पष्ट कहा कि वे सिर्फ तेलुगू में ही फिल्म बनाएंगे, वहीं यह भी कहा कि हिन्दी फिल्म वालों में इतनी कूवत नहीं है कि वे उनसे (महेश बाबू) काम करवा सकें.
महेश बाबू का हैदराबाद में उनकी फिल्म प्रोडक्शन कंपनी की फिल्म मेजर का ट्रेलर लॉन्च उनके ही मल्टीप्लेक्स में हुआ. हैदराबाद के अलावा बेंगलुरू, मुंबई और दिल्ली व अन्य शहरों से पत्रकारों को इस मौके पर बुलाया गया. अदिवि शेष ने फिल्म में शहीद संदीप उन्नीकृष्णन का रोल निभाने से लेकर इस फिल्म को बनाने के लिए संदीप के माता-पिता की अनुमति लेने तक के किस्से सुनाए. साई मांजरेकर ने इसे अपने लिए अहम मौका बताया. फिल्म के निर्माता निर्देशक ने भी फिल्म की खूब बड़ाई की. लेकिन, इस शाम की असल रौनक रहे महेश बाबू.
महेश बाबू ने हिन्दी में बात नहीं की, अंग्रेजी, तेलुगू में ही बोलते रहे
महेश बाबू ने पहले स्थानीय पत्रकारों से थिएटर में बात की. फिर मुंबई, दिल्ली से आए हिंदी पत्रकारों के लिए अलग से सवाल जवाब का सत्र रखा गया, लेकिन उनके फैंस वहां भी घुस आए और लगातार शोर मचाते रहे. हैरत की बात ये रही कि हिंदी पत्रकारों के लिए अलग से रखी गई इस प्रेस कांफ्रेंस में भी महेश बाबू हिंदी का एक शब्द नहीं बोले. उनसे हिंदी सिनेमा को लेकर उनसे बार बार सवाल हुए. वह सलमान खान को अपनी पत्नी नम्रता शिरोडकर का मित्र बताते रहे और कहा कि उन्होंने सलमान को मेजर का हिंदी ट्रेलर रिलीज करने के लिए तैयार किया. बाद में इसमें अदिवि शेष का नाम भी जुड़ा.
तेलुगु सिनेमा में किसी भी कलाकार पर पाबंदी नहीं
महेश बाबू को लेकर हाल ही में खबरें ये उड़ीं कि उन्होंने एस एस राजामौली के साथ प्रस्तावित अपनी अगली फिल्म में किसी हिंदी फिल्म की हीरोइन को लेने से मना कर दिया है. इस बारे में सवाल होने पर वह कहते हैं, ‘किसी के लिए भी तेलुगू सिनेमा में रोक नहीं है. जिसको आना है वह आए और काम करे. हमारे दरवाजे सबके लिए खुले हैं. लेकिन वह हिंदी फिल्म नहीं करेंगे, ये उनका पक्का फैसला है. महेश बाबू कहते है, मैं सिर्फ तेलुगू सिनेमा करूंगा. हिंदी में इसे डब करके रिलीज कर लो. मैं पिछले 10 साल से कहता आ रहा हूं कि तेलुगू सिनेमा को पूरे देश में रिलीज किया जाना चाहिए. और, मेरी बात अब सच साबित हो रही है. लोगों ने बता दिया कि वह तेलुगू सिनेमा को पूरे देश में पसंद करते हैं.