देवघर त्रिकूट रोपवे हादसे में 45 लोगों को रेस्क्यू किया गया. इसके साथ ही 45 घंटे का रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है. रेस्क्यू के दौरान दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. मृतकों में एक युवक व एक महिला शामिल है. युवक की मौत सोमवार शाम को हुई, जबकि महिला की मौत रेस्क्यू के तीसरे दिन हुई. 45 घंटे की मशक्क्त के बाद भारतीय सेना, एनडीआरआफ, आइटीबीपी व वायु सेना लोगों को बचाने में सफल रही. इस हादसे पर राज्य से लेकर केन्द्र तक की नजरे टिकी थी. इस घटना ने पूरे देश में हलचल मचा दी थी.
यहां बता दें कि ये घटना रामनवमी यानि कि रविवार शाम को घटी थी. रोपवे के तीन ट्रोलियों के पहाड़ से टकराने के बाद यह हादसा हुआ. जिसमें 12 केबल कार आसमान में ही तार पर लटक गए थे. इन कारों में कुल 48 लोग सवार थे. हादसे में एक महिला की मौके पर ही मौत हो गी थी. घटना की सूचना मिलते ही सांसद निशिकांत दुबे देर शाम घटना स्थल पर पहुंचे. उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए भारतीय सेना को लगाने का आग्रह किया. उनके आग्रह के बाद गृह मंत्रालय ने घटना की पूरी जानकारी ली. लोगों को बचाने का काम सेना ने सुबह से शुरू कर दिया था. इस बचाव कार्य में सेना के दो एमआई हेलीकॉप्टर लगाए गए थे.
घटना की जानकारी मिलते ही देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री सहित जिला प्रशासन आला अफसर घटना स्थल पर पहुंचे. उस समय से डीसी सहित तमाम अफसर कैंप किए हुए हैं. स्थानीय लोग भी जिला प्रशासन की टीम को मदद पहुंचा रहे हैं. घटना के बाद आधा दर्जन लोगों को स्थानीय लोगों ने ही बचाया था.