बच्चों को करीब रूप में खड़ा करना अमानवीय हरकत :ठाकुर मुकेश सिंह
समाजिक संस्था सभ्य समाज के केंद्रीय संरक्षक ठाकुर मुकेश सिंह ने प्रेस रिलीज कर ये बाते कही बहुत ही शर्मनाक एवं अत्यंत निन्दनीय
स्कूल प्रबंधन के द्वारा हमे मालूम चला है कि जो बच्चो के अभिभवक फीस जमा नही कर पाए है उनके बच्चो को पहले इतनी कड़कती धूप में खड़ा कर दिया गया था जो कि एक अमानवीय हरकत है वो भी शिक्षा के मंदिर में
करोना काल मे अच्छे अच्छे लोगो की रोजगार खत्म हो गयी है या आमदनी आधी हो गयी है इन सब बातों का ध्यान स्कूल प्रबंधन को रखना ही चाहिए
स्कूल के डायरेक्ट से मिलने से वो रोना रोने लगते है कि करोड़ो रुपये फीस के रूप में बकाया है हमलोगों का हाल खस्ता है पर इस खस्ता हाल में भी गाड़ी 40-50 लाख की खरीद लिए है अरे भाई इस वैश्विक महामारी में अच्छे अच्छे पूंजीपति दरियादिली दिखा रहे है उसी तरह पहले से कमाये हुवे धन को सदुपयोग में लाये और गरीब अभिभावकों को राहत दे
यदि राज्य सरकार दिल्ली सरकार की तर्ज पर शिक्षा पर काम करे तो ज्यादातर अभिभावक अपने बच्चे को सरकारी स्कूल में ही पढ़ाएंगे और ये पूंजीपति सोच वाली स्कूलों पर ताले लगने पर तनिक भी वक़्त नही लगेगा
आज के समय मे लूट दो जगह ही सबसे ज्यादा है शिक्षा और स्वास्थ्य जहां अभिभावक हसंते हुवे या रोते हुवे अपने को लुटवाने के लिए बेबस है
केंद्र और राज्य सरकार सबसे ज्यादा यही दोनो क्षेत्रों में काम कर दे तो ज्यादातर घोटाला लूट अपने आप रुक जाएगी