रतन कुमार की रिपोर्ट
खुटौना (मधुबनी) । गत 8 अक्टूबर को सम्पन्न त्रिस्तरीय चुनाव में धांधली का आरोप थमने का नाम नहीं ले रहा है । खुटौना पंचायत की मुखिया प्रत्याशी पिंकी देवी ने वार्ड नंबर सात में वोटों की संख्या में हेरफेर करके उन्हें हराये जाने का आरोप लगाते फिर से वोटो की गिनती की मांग की है और ऐसा नहीं किये जाने की स्थिति में उन्होंने आत्मदाह तक की धमकी दे रखी है । उन्होंने बताया है कि उस वार्ड में मुखिया उम्मीदवारों को पड़े कुल मतों की संख्या 344 है जबकि वार्ड सदस्यों को पड़े मतों की संख्या 398 है । उन्होंने यह हेरफेर इसी पंचायत के कुछ शिक्षकों को मतगणना ड्यूटी में लगवाकर करवाये जाने का गंभीर आरोप प्रखंड प्रशासन पर लगाया है । मतों की संख्या में हेरफेर से प्रखंड प्रशासन इनकार नहीं करता है जिसका सबूत यह है कि उस वार्ड की विजयी उम्मीदवार कुमारी अर्चना को प्रमाण-पत्र यह कहकर नहीं दिया जा रहा है कि उन्हें मत अधिक दर्ज हो गया है । सुधार करके उनको प्रमाण-पत्र दिये जाने की बात बतायी जा रही है । ऑनलाइन परिणाम में उन्हें प्राप्त मत 193 दिखा रहा है । लेकिन उन्हें कहा जा रहा है कि उन्हें 139 मत मिले हैं । 54 मत अधिक दर्ज हो गया है । अब अगर 54 मत गलत ढ़ंग से अधिक दर्ज कर दिया गया है और इसे या तो हटा दिया जाएगा या किसी उम्मीदवार के पक्ष में जोड़ दिया जाएगा तो समूची पंचायत के चुनाव परिणाम पर असर पड़ जाएगा । इससे दो महत्वपूर्ण बातें सामने आएंगी । पहली यह कि चुनाव परिणाम जैसे गंभीर मामले में इतनी बड़ी लापरवाही कैसे बरती गयी और दूसरी यह कि ऐसा होने से हार जीत में और जीत हार में बदल सकती है । फिर क्या होगा यह समय तो बताएगा ही । लेकिन मतगणना की निष्पक्षता सवालों के घेरे में रहेगी ।
*रतन कुमार की रिपोर्ट*
चुनाव परिणाम में गड़बड़ी
खुटौना (मधुबनी) । ललमनियां, खुटौना, वासुदेवपुर और कारमेघ मध्य पंचायतों में गड़बड़ी जानबूझकर करवाये जाने का आरोप लगाया जा रहा है । ललमनियां पंचायत के युगल किशोर पंडित एवं सभी हारे हुए सरपंच उम्मीदवारों, बाघा कुसमार पंचायत की मुखिया उम्मीदवार बबिता कुमारी तथा कारमेघ मध्य पंचायत की मुखिया उम्मीदवार अमीरवति देवी का कहना है कि उनके सामने में ईवीएम मशीनों को नहीं खोला गया था । उन्हें पर्चियों पर लिखे गये प्राप्त मतों की संख्या दिखायी गयी और परिणाम घोषित कर दिया गया । इन लोगों ने जब इसका विरोध किया तो उन्हें डांट-फटकार भगा दिया गया । मतगणना केंद्र पर मतगणना के विरोध में कुछ भी सुनने को कोई तैयार नहीं था । इन उम्मीदवारों ने प्रखंड के कुछ शिक्षकों को मतगणना ड्यूटी में लगवाकर गड़बड़ी करवाने का आरोप लगाया है । खुटौना और वासुदेवपुर पंचायतों के ग्राम कचहरी पंच पद पर जीते हुए उम्मीदवारों को हरा देने और हारे हुए उम्मीदवारों को जिता देने का आरोप लगाया जा रहा है । खुटौना पंचायत वार्ड नंबर एक में दो उम्मीदवार सोना देवी और सुनैना देवी थीं । मतगणना केंद्र पर सोना देवी को विजयी घोषित किया गया । इसी तरह वासुदेवपुर पंचायत वार्ड नंबर आठ में भी इसी पद पर दो उम्मीदवार धनिकलाल यादव और राम दुलार यादव थे । मतगणना में धनिकलाल यादव को विजयी घोषित किया गया । इनको प्रमाण-पत्र के लिए प्रखंड कार्यालय आने को कहा गया । लेकिन ये दोनों जब प्रमाण-पत्र के लिए पहुंचे तो प्रमाण-पत्र हारे हुए उम्मीदवारों के नाम से बने थे । तब से ये दोनों उम्मीदवार चक्कर काट-काटकर थक चुके हैं और इनकी सुननेवाला कोई भी नहीं है । बीडीओ आलोक कुमार किसी भी गड़बड़ी को सिरे से खारिज करते कहते हैं कि परिणाम जिले से जारी किया गया है, उनकी कोई भूमिका नहीं है ।