आलोचना से घबरा कर सहारनपुर के मुफ्ती अब्दुल लतीफ ने मांगी माफी :धर्म चंद्र पोद्दार
भारतीय जन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने कहा है कि कल हमारे द्वारा किये गये आलोचना से घबरा कर सहारनपुर के मुफ्ती अब्दुल लतीफ के पूर्व में दिए गए बयान ” बद्रीनाथ धाम जो है वे बदरुद्दीन शाह है हिंदुओं को चाहिए कि वह स्थान मुसलमानों को सौंप दें ” पर अब माफी मांगी है । ज्ञात हो कि मुफ्ती अब्दुल लतीफ सहारनपुर के दारुल उलूम नेसुवा नामक संस्थान के वाइस चांसलर हैं जिससे लगता है वे पढ़े लिखे व्यक्ति है फिर भी ऐसी हरकत करते है । इसके पूर्व भी यह महाशय नबम्बर २०१७ में भी अपने बयान के लिए माफी माँग चुके है | क्या इस्लाम यही शिक्षा देता है , पहले किसी की हत्या कर दो फिर माफी माँग लो?
२०१७ के बाद उन्होंने हाल के दिनों में फिर से वही काम किया और अब सफाई में इनका कहना है कि अभी किन्ही असामाजिक तत्वों ने इस वीडियो को फिर से यूट्यूब में डालकर वायरल करने का काम किया है । फिर भी वह पुन: माफी मांगते हैं ।
श्री पोद्दार ने प्रश्न उठाया है कि मुफ्ती साहब यह बताने का कष्ट करें कि वे असामाजिक तत्व कौन हैं ? उनकी गिरफ्तारी करवाने के लिए मुफ्ती साहब क्या कर रहे हैं ?
श्री पोद्दार ने कहा कि मुफ्ती साहब इस देश के माहौल को बिगाड़ने का काम कर रहे है ऐसे व्यक्ति को खुला छोड़ना देश और समाज के लिए घातक है |
मै भारत सरकार से माँग करता हूँ ऐसे व्यक्ति को तत्काल गिरफ्तार कर कारागर में डालें या पागलखाने भेज दें ।
श्री पोद्दार ने एक बात की ओर ध्यान दिलवाया है कि अचरज की बात है कि माफी मांगते समय भी मुफ्ती साहब का यह कहना कि ‘मैं भारतीय भाइयों से माफी मांगता हूं’ ।
मुफ्ती साहब को चाहिए कि यह बताएं कि वे भारतीय नहीं है क्या ?
यह भी बताएं कि वे किस देश के नागरिक हैं। इस बात को क्यों भूल जाते हैं कि वे एक संस्थान के वाइस चांसलर है ।
उनको अपने पद की गरिमा को समझना चाहिए ।
इस प्रकार से बयानबाजी करके पूरे हिंदू समाज को उन्होंने विचलित करने का काम किया है । यही अगर किसी अन्य धर्मावलंबियों के साथ हुआ होता तो अभी तक भारत में कितनी चिल्ल-पौं हो जाती ।
श्री पोद्दार ने उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री महंत योगी नाथ जी से आग्रह किया है कि इस प्रकार के बड़बोलेपन वाले मुफ्ती साहब की तुरंत गिरफ्तारी करके उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए ।
इस प्रकार के लोगों को यूं ही छोड़ देना भविष्य के लिए बहुत बड़ा खतरा रहेगा ।
यह जानकारी भारतीय जन महासभा के द्वारा जारी की गई एक विज्ञप्ति में दी गई है