भाजपा प्रदेश नेतृत्व के निर्देशानुसार झारखंड सरकार के द्वारा किसानों के साथ धोखाधड़ी,किसानों के द्वारा खरीद किए गए धान का क्रय मूल्य का भुगतान अभी तक राज्य सरकार के द्वारा नहीं किए जाने के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा अपने आवासीय परिसर में किसानों के समर्थन में कोविड नियमों का पालन करते हुए एक दिवसीय धरना दिया गया।धरना में प्रमुख रूप से भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश कुमार शुक्ला,नगर परिषद अध्यक्ष सम्पा साहा,किसान मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सबरी पाल, अनिकेत गोस्वामी,भाजपा जिला उपाध्यक्ष हिसाबी राय सुशील शाह ने भाग लिया।
लाइव धरना के अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश कुमार शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश पर नवंबर महीने में धान की खरीद प्रदेश के किसानों से की गई।
8 दिन बाद कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य सरकार के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने धान खरीद पर रोक लगा दी और उन्होंने कहा की धान अभी गीले हैं, धान जब सूखेगा तब खरीदा जायेगा।नवंबर माह में खरीदे धान के मूल्य का अभी तक किसानों को भुगतान नहीं किया गया है। कहीं कहीं पे किसानों को आधे राशि का भुगतान किया गया है।
नगर परिषद की अध्यक्षा साहा ने कहा कि धान बोने का समय आ गया है,अधिकांशतः किसान इस आशा और भरोसा में रहे की शेष धान जो घरों में बचे हैं वो सरकार खरीदेगी लेकिन धान नहीं खरीद होने के कारण या तो किसान औने पौने दामों में धान को बिचौलियों के हाथो में बेच डाला या धान किसानों के घर में सड़ रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में किसानों के बीच विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है और किसान काफी हताश और निराश हैं।
शबरी पाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रो में भी कोरोना काफी तेजी से पांव पसार रहा है, किसान पैसे के आभाव में इलाज नहीं करा पा रहे हैं और आने वाले समय में धान के बीज की खरीददारी कैसे कर पाएंगे।