निजाम खान
जामताड़ा: इन दिनों कुंडहित प्रखंड क्षेत्र के खजुरी, सुद्राक्षीपुर, अंबा, बिक्रमपुर, मुड़ाबेड़िया, बागडेहरी, नगरी, बाबुपुर,गायपाथर, पालाजोड़ी पंचायत के लोगों को हलका कर्मचारी से विभिन्न कामों के लिए 15-20 किलोमीटर दूरी तय कर प्रखंड मुख्यालय का चक्कर काटना पड़ता है|जिससे लोगों को काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ता है|गौरतलब है कि हलका कर्माचारी अपने कचहरी में नही बैठते है|हलका कर्मचारी प्रखंड मुख्यालय में ही रहते है|जबकी सरकार द्वारा हलका कर्मचारी के ठहराव के लिए पूर्व से ही कचहरी भवन दिया था तो वही कुछ नयी बिल्डिंग भी बनी है|पर भवनें शोभा की बस्तु बनकर रह गयी है|सिर्फ और सिर्फ सरकारी राशी का खर्च कर भवन का निर्माण किया गया है|पर पंचायत के लोगों को इसका आज तक फायदा नही मिला है|लोगों ने जिले के उपायुक्त से मांग की है कि हलका कर्मचारी कचहरी में प्रतिदिन रहे, ताकी लोगों को 15-20 किलोमीटर दूरी तय कर प्रखंड मुख्यालय का चक्कर काटना न पड़े|
इन पंचायतों में कचहरी भवन बनी है शोभा की वस्तु: हलका संख्या एक जिसके अंतर्गत बाबुपुर तथा नगरी पंचायत है|जिसमें बाबुपुर में पूराना कचहरी भवन है|हलका संख्या चार में पालाजोड़ी तथा गायपाथर पंचायत है, जिसका नया कचहरी भवन आसनलिया में है|ये दोनों हलका के कर्मचारी अशरफी पुजहर है|
हलका संख्या में अंबा तथा बिक्रमपुर पंचायत है|जिसका पूराना कचहरी भवन अंबा में है|इस हलका का कर्मचारी गिरीस रविदास है|
हलका संख्या छ: में मुड़ाबेड़िया तथा बागडेहरी पंचायत है|जिसका नया कचहरी भवन मुड़ाबेड़िया में लगभग 2-3 वर्ष पूर्व बनाया गया है|इस हलका का कर्मचारी धनंजय प्रसाद वर्मा है|
हलका संख्या 7 में खजुरी तथा सुद्राक्षीपुर पंचायत है|मिली जानकारी के अनुसार जिसमें कचहरी भवन सुद्राक्षीपुर में पूराना कचहरी भवन है तो वही खजुरी में नया कचहरी भवन बना है पर कर्मचारी को हैंडओवर नही हुआ है|
सिर्फ़ हलका संख्या में 2 में रहते है कर्मचारी: हलका संख्या 2 में कुंडहित, बनकाठी और भेलुवा पंचायत है|जिसका कचहरी भवन कुंडहित में है|जिसमें हलका कर्मचारी संदीप हेम्ब्रम है|जो कचहरी में रहकर लोगों को सेवा देते है|वही अमलादही तथा गड़जोड़ी पंचायत का कचहरी भवन नही है|इन दोनों पंचायत के लोगों ने कहा कि कर्मचारी पंचायत आते है जिससे लोगों को प्रखंड मुख्यालय का चक्कर नही काटना पड़ता है|
क्या कहते है कर्मचारी:हलका संख्या 1 के कर्मचारी तथा 4 के कर्मचारी अशरफी पुजहर ने कहा कि भवन जर्जर हो गया है, जिसमें रहना असंभव है|
हलका संख्या 5 के कर्मचारी गिरीस रविदास का कहना है भवन में पूरा गंदगी फैला हुआ है, इसलिए नही रहते है|
हलका संख्या 6 के कर्मचारी धनंजय प्रसाद वर्मा ने कहा कि कचहरी भवन में एक पागल महीला रहती है|जाने पर पत्थर मारने लगती है|जिस कारण नहीं रहते है|
हलका संख्या 7 के कर्मचारी चंद्रदेव दास ने कहा खजुरी कचहरी भवन को अभी हैंड ओवर नही किया गया है|
क्या कहते है अंचलाधिकारी:कर्मचारी कचहरी क्यों नही जाते है मामले की जांच कर संज्ञान में लिया जायेगा|कर्मचारी को कचहरी में रहकर लोगों को सेवा देना चाहिए, ताकी लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो|
नित्यानंद प्रसाद, अंचलाधिकारी, कुंडहित|