टेल्को थाना प्रभारी अखिलेश मंडल की कार्यसंस्कृति पर सरकार सख़्त, होगी जाँच
◆ राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकार ने कोल्हान डीआईजी को दिया जाँच का जिम्मा
◆ भाजपा नेता अंकित आनंद की शिकायत के आलोक में बैठी जाँच
◆ थाना प्रभारी पर आपराधिक षड्यंत्र रचने, पद और शक्तियों के दुरुपयोग, सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों की अवमानना और रिश्वत लेकर आरोपियों की मदद करने का आरोप है
राज्य सरकार ने टेल्को थाना प्रभारी अखिलेश मंडल के विरुद्ध जाँच का आदेश निर्गत किया है। भाजपा नेता अंकित आनंद द्वारा दायर शिकायत के आलोक में राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकार ने मामले में संज्ञान लिया है। राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकार की ओर से सरकार के अवर सचिव विष्णुकांत राय ने मामले में उच्चस्तरीय जाँच के लिए कोल्हान क्षेत्र के पुलिस उप-महानिरीक्षक को जांच का आदेश दिया है। भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने टेल्को थाना प्रभारी पर आपराधिक षड्यंत्र रचने, पद एवं विधि द्वारा प्राप्त शक्तियों का दुरुपयोग करने, रिश्वत लेकर आरोपियों को प्रशय देने, भाजपा नेता के विरुद्ध मनगढ़ंत और झूठे कांड दर्ज़ करने के अलावे सर्वोच्च न्यायालय की अवमानना का आरोप है। ज्ञातव्य हो कि दो माह पूर्व भाजपा नेता के पड़ोसियों ने उनके संग मारपीट किया था। मामले में टेल्को थाना प्रभारी ने घालमेल करते हुए अभियुक्त पक्ष को मदद पहुंचाते हुए भाजपा नेता की प्राथमिकी को कमज़ोर किया और उनके विरुद्ध षड्यंत्र पूर्वक झूठे संज्ञेय धाराओं के तहत कांड दर्ज़ किया था। उस समय भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने भी टेल्को थाना की कार्यसंस्कृति पर सवाल उठाते हुए डीजीपी से इसकी शिकायत करते हुए कार्रवाई का आग्रह किया था। मामला तूल पकड़ने के बाद एसएसपी ने भी डीएसपी स्तर से जांच का निर्देश दिया था। अबतक मामले में पुलिस सुपरविजन नहीं हुई है। भाजपा नेता अंकित आनंद ने बीते महीने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर टेल्को थाना प्रभारी के ख़िलाफ़ शिकायत किया था। मामले में राज्य सरकार के पुलिस शिकायत प्राधिकार ने डीआईजी कोल्हान को पंद्रह दिनों के भीतर सुस्पष्ट मंतव्य सहित जांच प्रतिवेदन निश्चित रूप से प्राधिकार कार्यालय में समर्पित करने का निर्देश दिया है।
मामले में शिकायतकर्ता भाजपा नेता अंकित आनंद ने कहा कि हाल के दिनों में टेल्को थाना प्रभारी पर विभिन्न मामलों के कतिपय गंभीर आरोप लगते रहे हैं, इसके बावजूद उनपर कार्रवाई ना होना दुर्भाग्यपूर्ण है। टेल्को थाना प्रभारी की कार्यसंस्कृति संविधान सम्मत नहीं है बल्कि पीड़ित पक्षों का दमन करने वाली है। कहा कि उनकी स्वेच्छाचारिता और मनमानियां सरेआम रूल ऑफ लॉ को चुनौती दे रहे हैं। भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने कहा कि मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद गठित जांच से न्याय की उम्मीद जगी है।