नई दिल्ली. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को दुनिया में फैले अंतरराष्ट्रीय आतंक का उल्लेख करने के साथ-साथ बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधा. जयशंकर ने डेक्कन डायलॉग के तीसरे एडीशन के वर्चुअली संबोधन के दौरान आतंकवाद के अलावा जलवायु परिवर्तन और महामारी पर भी चर्चा की. उन्होंने बगैर नाम लिए ही कहा कि अंतरराष्ट्रीय आतंक की वैश्विक प्रकृति से दुनिया अवगत हो रही है.
उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद की जहां तक बात है 9/11 के साथ ही ये मेरी परेशानी नहीं युग का अंत हो गया लेकिन अभी भी सामूहिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग के प्रयास की आवश्यकता है. हमारे पास हमारे पड़ोसी मुल्क में देश प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद का उदाहरण मौजूद है.
उन्होंने कहा कि विश्व अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के वैश्विक स्वरूप से अवगत हो रहा है. हमारे अथक प्रयासों ने आतंकवाद के वित्त, कट्टरता और साइबर भर्ती जैसे पहलुओं को सामने रखा है. हमारा लक्ष्य एक व्यापक सम्मेलन है और ऐसा होने तक हम आराम नहीं करेंगे.
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि हवाई, सड़क और जल मागज़् से 24 लाख से ज्यादा भारतीयों को वापस लाया गया, हमने एअर इंडिया से लेकर भारतीय नौसेना तक अपने सभी संसाधनों को इस काम में लगाया. उन्होंने कहा कि हमारी मंशा एकदम स्पष्ट थी, आज का भारत किसी भी भारतीय को तकलीफ में विदेश में नहीं छोड़ेगा.
उन्होंने कहा कि आखिरकार हम ऐसी अनोखी अर्थव्यवस्था हैं जो बहुत हद तक लोगों की आवाजाही और दूसरे जगह जाकर काम करने पर आधारित है, हमारी साख घर की तरक्की में योगदान देने के लिए विदेशों में काम कर रहे लोगों को दिए जाने वाले आश्वासन पर निर्भर है.