बेगूसराय में आमने-सामने और त्रिकोणीय मुकाबले के बन रहे हैं आसार
अजय शास्त्री
बेगूसराय जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों में दूसरे फेज में 3 नवम्बर को चुनाव होने वाले हैं। इस चुनाव में विभिन्न दलों के नेताओं , कार्यकतार्ओं और उम्मीदवारों ने प्रचार और जनसंपर्क में सारी ताकत झोंक दी है। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कहीं आमने-सामने तो कहीं त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बन रहे हैं। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में महागठबंधन और एनडीए के बीच जहां आमने-सामने का मुकाबला बनता जा रहा है वहीं कई जगह लोजपा उम्मीदवार उसे त्रिकोणीय बनाने में लग गए हैं। खासकर, जदयू के चुनाव क्षेत्र में लोजपा के मुख्य मुकाबले में आ जाने से मामला फंसता जा रहा है। सबसे रोचक मुकाबला जिले के मटिहानी विधानसभा क्षेत्र में नजर आ रहा है। जहां एनडीए और लोजपा आमने-सामने आ गई है। यहां मुख्य मुकाबले में तीन बार से चुनाव जीतने वाले नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह तो हैं ही उनका लोजपा के राजकुमार सिंह से मुकाबला नजर आ रहा है। महागठबंधन के घटक सीपीएम के उम्मीदवार राजेन्द्र प्रसाद सिंह इसे त्रिकोणीय बनाने में एड़ी चोटी एक किए हैं। लोजपा को विधायक विरोधी अन्य दलों कै कार्यकर्ता का समर्थन मिलने से उनकी स्थिति मजबूत बनती जा रही है। यूं एनडीए प्रत्याशी यहां से अजेय माने जाते रहे हैं। मटिहानी क्षेत्र में शाम्हो दियारा, गंगा कछार के गांवों और पूर्वी भाग में बोगो सिंह और राजकुमार सिंह दोनों का सघन प्रचार अभियान चल रहा है। इस क्षेत्र के चकबार भूमिहार सूरमाओं का झुकाव भी राजकुमार सिंह की तरफ हे। जिनकी इस क्षैत्र में बहुतायत आबादी है। कसहा दियारा की समस्या, रामदीरी गांव पर उनकी टिप्पणी और तीन टर्म से लगातार विधायक चुने जा रहे बोगो बाबू के प्रति एंटी इनकंबैंसी का माहौल भी उनके विपरीत बन रहा है।। यूं अपनी छवि और विधायक रहते सब दिन जनता के बीच काम करने वाले और लगातार क्षेत्र से जुड़े रहने का लाभ उन्हें मिलता नजर आ रहा है। सीपीआई, सीपीएम, भाकपा माले,कांग्रेस और राजद का वोट समेटने में लगे सीपीएम के राजेन्द्र प्रसाद सिंह मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में जोर-शोर से लगे हैं। देखना है चुनावी चक्रव्यूह को कौन तोड़ सफल होता है। मटिहानी विधानसभा में जदयू के कद्दावर नेता और विधायक नरेन्द्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह का सीधा टक्कर लोजपा के राजकुमार सिंह से है तो वही महागठबंधन ने राजेंद्र सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है। जिले के बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र में महागठबंधन के घटक दल कांग्रेस पार्टी के मौजूदा विधायक अमिता भूषण का मुकाबला एनडीए घटक भाजपा के कुंदन कुमार से है। कुछ भाजपा और जदयू के बागी निर्दलीय बन मैदान में हैं। दोनों राष्ट्रीय पार्टी के लिए प्रतिष्ठा की सीट पर कब्जा को लेकर मोचार्बंदी तेज है। वर्तमान में बेगूसराय विधानसभा के विधायक कांग्रेस से अमिता भूषण का सीधा टक्कर भाजपा के कुंदन सिंह से है। वही त्रिकोणीय के आसार जदयू के राजेश कुमारऔर बीजेपी के बागी आशुतोष पोद्दार उर्फ हीरा पोद्दार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में दिलचस्प मुकाबला होने वाली है। बखरी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट पर कब्जा को लेकर महागठबंधन के घटक सीपीआई और एनडीए की भाजपा आमने-सामने हैं। जाप सहित कुछ छोटी पार्टियां चुनाव मैदान में उतरी हैं। यहां कम्युनिस्ट बनाम कम्युनिस्ट विरोध की लड़ाई के बीच भाजपा और सीपीआई एक दूसरे को पटकनी देने में लगी है। बखरी विधानसभा (सुरक्षित)सीट से विधायक राजद के उपेंद्र पासवान ने अपना सीट उढक के सूर्यकांत पासवान को दिया है तो भाजपा के
के रामशंकर पासवान ने करारी जीत का दावा किया है। चेरियाबरियारपुर में राजद , जदयू के बीच लोजपा तीसरा कोण बनाने में जुटी है। नीतीश कुमार के पक्ष में कुशवाहा के वोट जदयू उम्मीदवार के पक्ष में पड़ने से उसकी स्थिति मजबूत हो सकती है। लोजपा मुकाबला को त्रिकोणीय बना सकती है। चेरियाबरियारपुर विधानसभा में जदयू के मंजू वर्मा और राजद के राजवंशी महतो तो चुनाव को त्रिकोणीय कर लोजपा के कद्दावर और ईमानदार नेता अनिल चौधरी की पुतहु राखी देवी ने चुनाव को दिलचस्प कर दिया है। बछवाड़ा में महागठबंधन के घटक सीपीआई, एनडीए के भाजपा को निर्दलीय इंदिरा देवी और गरीबदास से चुनौती मिल रही है। मामला चतुष्कोणीय बनता जा रहा है। साहेबपुर कमाल में महागठबंधन के राजद को लोजपा और जदयू घेरने की स्थिति में पहुंच रही है। राजद प्रत्याशी को औबैसी की पार्टी से नुकसान हो रहा है। लोजपा यहां मजबूत स्थिति में आ गई है। बछवाड़ा विधानसभा में विधायक रहे कांग्रेस के स्वर्गीय रामदेव राय के बेटे निर्दलीय गरीब दास तो महागठबंधन से उढक ने अवधेश राय और भाजपा के सुरेंद्र मेहता तो भाजपा के बागी और निर्दलीय प्रत्याशी अरविंद सिंह की भावज इंद्रिरा देवी ने चुनाव को दिलचस्प कर दिया है। तेघड़ा में सीपीआई को लोजपा और जदयू से चुनौती मिल रही है। लोजपा और जदयू के आधार वोट बंटने का लाभ सीपीआई को मिल सकता है।तेघड़ा विधानसभा में विधायक राजद के वीरेंद्र कुमार ने जदयू का दामन थामा और इस बार जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे है तो महागठबंधन से उढक के उम्मीदवार रामरतन सिंह और लोजपा के उम्मीदवार ललन कुँवर ने त्रिकोणीय मुकाबला बना दिया है।