जमशेदपुर केंद्रीय दुर्गा पूजा कमेटी एक बार फिर राम बाबू सिंह की महत्वाकांक्षा का शिकार होगा?
जमशेदपुर दुर्गा पूजा केंद्र समिति को राम बाबू सिंह पॉकेट की संस्था बनाना चाह रहे हैं
देवानंद सिंह
दुर्गा पूजा, रामनवमी, मोहर्रम के अवसर पर केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति प्रशासन के सहयोग के लिए सक्रिय होते आ रही है| लेकिन विगत कुछ वर्षों से केंद्रीय महासचिव राम बाबू सिंह की महत्वाकांक्षा ने पूजा कमेटी के बीच गुटबाजी को हवा दी है. केंद्रीय दुर्गा पूजा कमेटी पूर्व में सी एन बनर्जी को अध्यक्ष बनाया
.उस समय भी अखबारों की सुर्खियों में केंद्रीय दुर्गा पूजा कमेटी रहा है |पूर्व में पूर्वी सिंहभूम के एक उपायुक्त ने यहां तक कह दिया था कि केंद्रीय दुर्गा पूजा कमेटी की आवश्यकता जिला प्रशासन को नहीं है, और जब तक वे जमशेदपुर में रहे पूजा कमेटी से दूरियां बनाकर रखी। काफी जद्दोजहद के बाद कमेटी के लोगों ने जिला प्रशासन के साथ समाजस्य स्थापित किया।
ज्ञात हो की दो वर्ष पूर्व पूजा कमेटी के महासचिव राम बाबू सिंह ने बिरसानगर थाना क्षेत्र में पड़ने वाले वास्तु विहार पूजा कमेटी को जातीय रंग में रखते हुए दो भागों में बांटने का काम भी किया था। उसी तर्ज पर जब अध्यक्ष के साथ इनकी महत्वाकांक्षा की पूर्ति नहीं होने लगी तो अध्यक्ष को भी बदलने का काम इन्होंने बड़ी तत्परता के साथ किया है .दुर्गा पूजा को लेकर केंद्रीय दुर्गा पूजा कमेटी के अध्यक्ष सी एन बनर्जी और अरुण सिंह मुख्यमंत्री से मुलाकात करने रांची पहुंचे. इधर राम बाबू सिंह ने बैठक कर कार्यकारी अध्यक्ष की घोषणा कर दी। जमशेदपुर दुर्गा पूजा केंद्र समिति को राम बाबू सिंह पॉकेट की संस्था बनाना चाह रहे हैं। समिति के बायलॉज का अध्ययन करने से यह पता चलता है कि 2017 के पहले मुखे कानून की तर्ज पर राम बाबू सिंह संस्था को चलाते थे 2017 में संस्था का पंजीकरण हुआ. राम बाबू सिंह सचिव बने 2018 में आम सभा के दौरान हुए चुनाव में अरुण सिंह सचिव बने 2018 में कार्यकारी अध्यक्ष तथा 2019 में अध्यक्ष बने सी एन बनर्जी ।फिर समिति के बायलॉज के हिसाब से राम बाबू सिंह कोई भी पद पर नहीं रहे, इनके द्वारा बुलाई गई बैठक भी असंवैधानिक है
.समिति के बायलॉज में स्पष्ट लिखा है कि बैठक बुलाने के 10 दिन पूर्व कार्यकारिणी के सदस्यों को सूचना दी जाएगी। राम बाबू सिंह द्वारा बुलाई गई बैठक में इस कोरम को भी पूरा नहीं किया गया, जिसके परिणाम स्वरूप बैठक में लगभग 80% लोगों की भागीदारी नहीं बन पाई।
ज्ञात हो कि राजद नेता और केंद्रीय पूजा कमेटी के महत्वपूर्ण पीलर स्वर्गीय अंबिका बनर्जी ने भी रामबाबू सिंह के मनमानी से त्रस्त होकर एक नई कमेटी का गठन किया था।
बहरहाल केंद्रीय दुर्गा पूजा कमेटी में सब कुछ ठीक नहीं है और पूजा आते-आते उथल-पुथल होने की पूरी संभावना है स्वयंभू महासचिव और अध्यक्ष के बीच खींचतान के अभी कई दृश्य आने बाकी है कार्यकारिणी के लोग तमाशबीन बन तमाशा देखने को मजबूर दिख रहे हैं