वॉशिंगटन: ईरान और अमेरिका के टकराव ने तीसरे विश्व युद्ध की स्थिति पैदा कर दी है. ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक दूसरे को जंग की धमकी दे रहे हैं. ट्रंप ने तो एक कदम आगे बढ़ते हुए ये तक कह दिया कि युद्ध के अपडेट्स के लिए उनका ट्विटर देखते रहें. इस बीच अमेरिका के प्रतिरक्षा विभाग पेंटागन ने राष्ट्रपति ट्रंप से उलट बयान दिया है. पेंटागन ने साफ किया है कि ईरान पर किसी भी कार्रवाई से पहले सैन्य संघर्ष के कानून का ध्यान रखा जाएगा.रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने कहा कि ईरान को लेकर अमेरिका सैन्य संघर्ष के कानूनों का पूरी तरह से पालन करेगा. जब उनसे ये पूछा गया कि क्या ईरान के सांस्कृतिक स्थलों को निशाना बनाने के लिए ये कानून दरकिनार किए जा सकते हैं? इस पर उन्होंने कहा, ये सैन्य संघर्ष के कानून हैं. हम इसके हिसाब से चलेंगे.बता दें कि जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद ईरान हर हाल में बदला चाहता है. शनिवार को जामकरन मस्जिद के ऊपर लाल झंडा फहराकर ईरान ने इंतकाम का ऐलान भी कर दिया. वहीं अमेरिका ने कहा है कि उसे अब और किसी तरह की धमकी बर्दाश्त नहीं है. अगर ईरान ने हमला किया तो वो इसे नेस्तानाबूद कर देगा. ट्रंप इसके पहले कई बार ईरान के सांस्कृतिक स्थलों को तबाह करने की धमकी भी दे चुके हैं.बता दें कि कुछ दिन पहले डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के सांस्कृतिक स्थलों को तबाह करने की धमकी दी थी. उन्होंने ट्वीट किया था, ईरान के 52 सांस्कृतिक स्थल हमारे निशाने पर हैं. इनमें से कुछ बहुत उच्च स्तरीय और महत्वपूर्ण हैं. हम इन टारगेट पर बहुत जल्द और बहुत तेजी से हिट करेंगे.ईरान के साथ जंग को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक और ट्वीट किया, इन मीडिया पोस्ट को यूएस कांग्रेस के नोटिफिकेशन के तौर पर देखा जाए. अगर ईरान किसी यूएस प्रतिष्ठान और अमेरिकन को चोट पहुंचाता है, तो उसे तत्काल और पूरी तरह से खतरनाक अंदाज में जवाब दिया जाएगा. ऐसे कानूनी नोटिस की यूं तो जरूरत नहीं है, लेकिन मैंने फिर भी चेता दिया है.