राष्ट्रीय लोक अदालत आर्थिक रूप से कमजोर लोंगो को न्याय दिलाने में कारगर : प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश
वैकल्पिक न्याय व्यवस्था में लोक अदालत एक महत्त्वपूर्ण कड़ी : राजेश शुक्ल
केस निष्पादन : 2,54,348 व राजस्व प्राप्ति : 21,31,84,371 रुपए की हुई ।
राष्ट्र संवाद संवाददाता
जमशेदपुर ,10 मई 25
जमशेदपुर जिला व्यवहार न्यायालय में जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। यह आयोजन व्यवहार न्यायालय के जिला लोक अदालत सभागार में सफलता पूर्वक संपन्न की गई । इसमें कुल 2,54,348 केसों का निष्पादन हुआ,जबकि 21,31,84,371 रुपए की रिकॉर्ड राजस्व की प्राप्ति हुई । राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन आज पूर्वी सिंहभूम के प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश श्री अरविंद कुमार पांडेय, झारखंड स्टेट बार काउंसिल के वाइस चेयरमैन श्री राजेश कुमार शुक्ल , पूर्वी सिंहभूम के ग्रामीण आरक्षी अधीक्षक श्री ऋषभ गर्ग, जिला परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश श्री अजित कुमार सिंह, श्रम न्यायालय के न्यायाधीश श्री टी हसन , जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री रतिन दास, सचिव कुमार राजेश रंजन और डालसा के सचिव श्री धर्मेंद्र कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया l इसके पूर्व राष्ट्रीय लोक अदालत का पूरे झारखंड में लोहरदगा से झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और झालसा के कार्यकारी अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री सुजीत नारायण प्रसाद और झारखंड उच्च न्यायालय की न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्रीमती अनुभा रावत चौधरी ने दूरस्थ दृष्ट संचार माध्यम से शुभारंभ किया l
इस अवसर पर जमशेदपुर में पूर्वी सिंहभूम के प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री अरविंद कुमार पांडेय ने कहा कि आज अर्थिक रूप से कमजोर लोंगो को न्याय दिलाने में लोक अदालत एक सशक्त माध्यम बन गया है l आपसी मेल और समझौते से उन्हें न्याय सुलभ हो रहा है l इस अवसर पर विशिष्ट रूप से संबोधित करते हुए झारखंड स्टेट बार काउंसिल के वाइस चेयरमैन और वरिष्ठ अधिवक्ता श्री राजेश कुमार शुक्ल ने कहा कि न्याय व्यवस्था में आर्थिक रूप से कमजोर लोंगो के मन में कुछ मिथक थे जो अब समाप्त हो गया है उनके सपने राष्ट्रीय लोक अदालत पूरा कर रहा है l
श्री शुक्ल ने नालसा , झालसा , डालसा की सराहना करते हुए कहा कि वैकल्पिक न्याय व्यवस्था में लोक अदालत एक महत्त्वपूर्ण कड़ी है और लोक अदालत भारतीय न्याय प्रणाली की उस पुरानी व्यवस्था को स्थापित करता है जो प्राचीन भारत मे प्रचलित थी इसकी वैधता आधुनिक दिनों में भी प्रासंगिक है l वहीं पूर्वी सिंहभूम के ग्रामीण आरक्षी अधीक्षक श्री ऋषभ गर्ग ने कहा कि लोक अदालत की आज बड़ी आवश्यकता है इससे समाज मे सद्भावना और अपनापन का मार्ग प्रशस्त होता है l इस अवसर पर सभी न्यायिक अधिकारी, भारी संख्या में अधिवक्ता , पक्षकार और सरकारी उद्यम और बैंक के अधिकारी उपस्थित थे l कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव श्री धर्मेंद्र कुमार ने किया l वहीं इस राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने में मुख्य रूप से कोर्ट स्टाप, डालसा स्टाप और पीएलवी की सार्थक भूमिका रही। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में जमशेदपुर जिला व्यवहार न्यायालय में कुल 12 बेंच और घाटशिला अनुमंडल न्यायालय में कुल तीन बेंच गठित की गई थी ।