कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने शुक्रवार को केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर विभाजनकारी’ राजनीति करने का आरोप लगाते हुए करारा प्रहार किया कि राज्य में नागरिकता (संशोधन) कानून (कैब) एवं राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) नहीं लागू होगा. बनर्जी ने कहा, हम कैब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित करेंगे. हमने हमेशा दलितों एवं गरीबों की मदद की है. बनर्जी ने कैब के विरोध में आयोजित कार्यक्रमों की भी घोषणा की. कैब के विरोध में बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थल से 16 दिसंबर को एक रैली निकाली जाएगी.यह रैली गांधी प्रतिमा वाले मायो रोड से होती हुई जोरसांको थुरबारी तक जाएगी. बनर्जी इस रैली का नेतृत्व करेंगी. रविवार को राज्य के सभी जिलों में तृणमूल कांग्रेस की समितियां विरोध प्रदर्शनों का आयोजन करेंगी. इसके बाद 17 अगस्त को जादवपुर 8बी बस स्टैंड से मायो रोड स्थित गांधी प्रतिमा तक रैली का आयोजन किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून को लागू करने का काम राज्य सरकार का है. संसद से नागरिकता (संशोधन) विधेयक पारित कर और इसे कानून का जामा पहना कर केंद्र हम पर इसे मानने के लिए बाध्य नहीं कर सकता.
उन्होंने कहा,‘‘ हम कैब या एनआरसी को देश को बांटने की इजाजत नहीं दे सकते. मैं कभी सांप्रदायिक रास्ता नहीं चुनूंगी. हमारे विरोध प्रदर्शनों में सभी लोगों का स्वागत है. बनर्जी ने कहा,तृणमूल हमेशा से कैब और एनआरसी के खिलाफ रहा है. हम कभी भी बंगाल में कैब और एनआरसी लागू नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा,भाजपा अपने प्रचंड बहुमत का गलत इस्तेमाल कर रही है जो सही नहीं है.हम पूर्वात्तर के भाई-बहनों का समर्थन करते हैं. हम उनके समर्थन में शांतिपूर्ण आंदोलन करेंगे.उन्होंने कहा,राज्यों की भावना के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए. असम जल रहा है. लोगों को विरोध करना चाहिए. हम जेल जाने से घबराने वाले नहीं हैं.जापान के प्रधानमंत्री शिजो आबे के गुवाहाटी दौरा टलने की चर्चा करते हुए बनर्जी ने कहा कि यह देश के लिए शर्म की बात है. उन्होंने कहा, हम शेख हसीना जी (बंगलादेश की प्रधानमंत्री) का सम्मान करते हैं. वह सांप्रदायिक नहीं हैं लेकिन फिर भी भारत आने से घबराती हैं. उन्होंने भाजपा की तुलना वाशिंग मशीन से करते हुए कहा,यदि कोई व्यक्ति भाजपा में शामिल होता है तो उसके सारे अपराध धुल जाते हैं.’