बिरग्राम में मरहुम असीरुद्दीन मियां के ताजीयत में जलसा का आयोजन।
मां- बाप की खिदमत और उनकी इज्जत करें – अब्दुल रज़्ज़ाक़ कादरी।
राष्ट्र संवाद सं
जामताड़ा विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अकबर अंसारी के वालिद ए मरहूम असीरूद्दीन मियां के चालीसवें की गुरुवार को मजलिस हुई, जिसमें सबसे पहले कुरान पाक की तिलावत से महफिल का आगाज किया गया साथ ही मो अल्ताफ शौकत ने नात पढ़ा तथा कारी जमीरउद्दीन पुरुलिया , मौलाना सद्दाम जामी , हबीबुल्लाह नूरी , मौलाना जाहिद, मौलाना रजाउल्लाह ने मरहूम के ताजीयत में तकरीर पेश किये। आपको बता दें कि जामताड़ा प्रखंड अंतर्गत बीरग्राम में जलसा बराये इसाले सवाब का आयोजन मौलाना गुलाम मुस्तफा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। उक्त मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना अब्दुल रज़्ज़ाक़ कादरी ने कहा कि दुनिया में अगर इज्जत चाहते हो, तो मां- बाप की खिदमत और उनकी इज्जत करें। कहा कि रसूले करीम और अहलेबेत की जिंदगी हमारे लिए नमूना ए अमल है। रसूले करीम और अहलेबेत ने इल्म हासिल करने पर जोर दिया। इल्म के बगैर तरक्की हासिल नहीं हो सकती है, इसलिए इल्म जरूर हासिल करें। मौलाना ने कहा कि मां- बाप की खिदमत करने से खुदा खुश होते हैं और जो अपने मां- बाप को खुश नहीं कर सकता, वह अपने रब को खुश नहीं कर सकता है। मौलाना ने कहा कि हजरत इमाम हुसैन ने क़र्बला के मैदान मे कुर्बानी देकर इंसानियत को बचाने के साथ ही रिश्तों की अजमत भी बताई है। मजलिस मे मौलाना अब्दुर रकीब , मौलाना सद्दाम हुसैन, हाफिज नाज़ीर हुसैन , मौलाना गुलाम मुस्तफा , आदि मौजूद रहे तथा हैदर अंसारी, असगर अंसारी, अकबर अंसारी, मोइन, एवं शहीद अंसारी, ने सभी का आभार व्यक्त किया।