प्रधानमंत्री मोदी समेत भाजपा नेताओं ने दीन दयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय को उनकी पुण्यतिथि पर रविवार को श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें एक ऐसा दूरदर्शी विचारक बताया जिन्होंने खुद को देश की सेवा में समर्पित कर दिया।
मोदी ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘समाज के अंतिम व्यक्ति के उत्थान का उनका दर्शन एक मजबूत राष्ट्र की ओर हमारी यात्रा को प्रेरित करता है। उनका बलिदान, आदर्श प्रगति और एकता के हमारे सामूहिक मिशन में एक मार्गदर्शक शक्ति बना हुआ है।’’
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारी रहे उपाध्याय भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से थे। भारतीय जनसंघ से ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का गठन हुआ।
मोदी दीनदयाल उपाध्याय के ‘अंत्योदय’ और ‘एकात्म मानवतावाद’ के विचारों को अपने शासन के मॉडल के लिए प्रेरणा के रूप में अक्सर उद्धृत करते हैं।
उपाध्याय का 1968 में निधन हो गया था।
भाजपा के अन्य नेताओं ने भी उपाध्याय को श्रद्धांजलि दी।
पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा कि सेवा, सुशासन और अंत्योदय के उनके महान संकल्प भाजपा के कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा के रूप में पथ प्रदर्शक हैं।
नड्डा ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘राष्ट्रसेवा एवं समर्पण के विराट प्रतीक, एकात्म मानववाद के प्रणेता श्रद्धेय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि पर उन्हें शत- शत नमन करता हूं।’’
उन्होंने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय ने अपने विचारों से भारतीय राजनीति में उच्च आदर्श स्थापित किए और उन्होंने समाज के अंतिम व्यक्ति की समृद्धि को राष्ट्र की समृद्धि का मानक माना था।
नड्डा ने बाद में भाजपा मुख्यालय में दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने कहा, ‘‘उनके महान विचार, शिक्षाएं और आदर्श जीवन हम सभी के लिए सदैव प्रेरणापुंज हैं।’’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय के विचार और सिद्धांत देशवासियों को सदैव जनसेवा के लिए प्रेरित करते रहेंगे।
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘संघ के स्वयंसेवक से लेकर भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष तक, मां भारती के गौरव को पुनर्स्थापित करने के लिए जीवन का क्षण-क्षण खपाने वाले पं. दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि पर उनका स्मरण कर उन्हें नमन करता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय राजनीति में अंत्योदय के सिद्धांत को स्थापित करने वाले दीनदयाल जी का जीवन सेवा, समर्पण और राष्ट्रभक्ति का अनुपम उदाहरण है। दीनदयाल जी के विचार और सिद्धांत देशवासियों को सदैव जनसेवा के लिए प्रेरित करते रहेंगे।’’
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उपाध्याय को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका तपस्यापूर्ण जीवन देश की सेवा के लिए आजीवन समर्पित रहा।
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्र के पुनर्निर्माण की उनकी विचारधारा सदियों को प्रेरित करती रहेगी।’’