आरएसएस प्रमुख को ‘घृणित और राष्ट्र-विरोधी’ बयान के लिए माफी मांगनी होगी: कांग्रेस
नयी दिल्ली: कांग्रेस ने कर्नाटक के बेलगावी में अपनी ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली’ से एक दिन पहले सोमवार को आरोप लगाया कि वर्तमान समय में भारत के संविधान और उसके मूल्यों पर आक्रमण हो रहा है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत के एक हालिया बयान का हवाला देते हुए कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन को लेकर दिए अपने ‘‘घृणित और राष्ट्र-विरोधी’’ बयान के लिए उन्हें माफी मांगनी होगी।
भागवत ने बीते 13 जनवरी को कहा था कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि ‘प्रतिष्ठा द्वादशी’ के रूप में मनाई जानी चाहिए क्योंकि अनेक सदियों से दुश्मन का आक्रमण झेलने वाले देश को सच्ची स्वतंत्रता इसी दिन मिली।
रमेश ने सोमवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘कल कांग्रेस की ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली’ बेलगावी में होगी। यह 27 दिसंबर, 2024 को होनी थी, लेकिन डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। बेलगावी में ही महात्मा गांधी ने 26 दिसंबर, 1924 को कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाला था। आज महात्मा गांधी का अपमान किया जा रहा है। डॉ. आंबेडकर पर हमला किया जा रहा है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि भारत के संविधान और उसके मूल्यों पर आक्रमण हो रहा है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘बेलगावी की रैली महात्मा गांधी और डॉ. आंबेडकर की विरासत को संरक्षित करने और उन्हें आगे ले जाने के कांग्रेस के दृढ़ संकल्प की पुष्टि है। इसके बाद 27 जनवरी को डॉ. आंबेडकर की जन्मभूमि महू में भी इसी तरह की रैली होगी।’’
रमेश ने कहा, ‘‘मोहन भागवत को स्वतंत्रता आंदोलन को लेकर दिए अपने घृणित और राष्ट्र-विरोधी बयान के लिए माफी मांगनी होगी। केंद्रीय गृह मंत्री को 17 दिसंबर, 2024 को संसद में डॉ. आंबेडकर पर की गई अपनी अपमानजनक टिप्पणी के लिए इस्तीफा देना होगा और माफी मांगनी होगी।’’