रंभा कॉलेज ऑफ नर्सिंग ने विश्व ह्रदय दिवस पर टाॅपिक ” हाइपरटेंशन और तनाव के कारण उपजने वाली ह्दय की समस्याएं” विषय पर आयोजित किया सेमिनार।
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विश्व हृदय दिवस के अवसर पर रंभा कॉलेज आफ नर्सिंग में एक सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें हाइपरटेंशन एंड हार्ट हेल्थ पर बातचीत की गई। साथ ही तनाव के कारणों पर भी विचार मंथन किया गया।
इस सेमिनार में अतिथि के तौर पर उपस्थित थे डॉक्टर विष्णु शंकर सिन्हा (असिस्टेंट प्रोफेसर, कोल्हान विश्वविद्यालय), डॉक्टर दारा सिंह गुप्ता (असिस्टेंट प्रोफेसर , कोल्हान विश्वविद्यालय), डॉक्टर सतीश प्रसाद (वरिष्ठ चिकित्सक स्टील सिटी हॉस्पिटल एंड मेडिट्रेना हॉस्पिटल ),
प्रोफेसर गीनू अनी जोसेफ (आर्का जैन यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ़ नर्सिंग की प्रिंसिपल) और गांधी कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग से असिस्टेंट प्रोफेसर रजत कुमार पांडे। काॅलेज प्रबंधन की ओर से चेयरमैन रामबचन, सचिव गौरव बचन और सह सचिव विवेक बचन जी भी उपस्थित थे।
सभी अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर सेमिनार का आरंभ किया । प्रबंधन की ओर से सभी अतिथियों को पौधा,उत्तरीय और प्रतीक चिन्ह देकर उनका सम्मान किया गया।
इस सेमिनार में “यूज हर्ट फाॅर एक्शन”
विषय पर अपने विचार व्यक्त किया डॉक्टर दारा सिंह गुप्ता ने ।
” की नोट स्पीकर ” रहे डॉक्टर विष्णु शंकर सिन्हा ने हर्ट इन हेल्थ एंड वैलनेस विषय पर और संतुलित जीवन शैली पर अपना व्याख्यान पी पी टी के माध्यम से दिया।
स्टील सिटी हॉस्पिटल और मेडिट्रिना हॉस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर सतीश प्रसाद जी ने हृदय रोग और तनाव प्रबंधन पर बातचीत करते हुए ह्रदय रोग उपचार के तरीके को भी बताया ।
आर्का विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल गीनू अनी जोसेफ ने तनाव के कारण हृदय पर पड़ने वाले प्रभाव पर पीपीटी दिखाकर वक्तव्य दिया।
गांधी कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग के असिस्टेंट प्रोफेसर रजत कुमार पांडे ने बताया कि किस तरह से हाइपरटेंशन एक साइलेंट किलर की तरह काम करता है।रंभा कॉलेज ऑफ नर्सिंग की
लेक्चरर नमानि भुईंया ने मॉडर्न लाइफस्टाइल और हाइपरटेंशन इन दोनों के बीच के संबंध पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का सफल संचालन किया लेक्चरर पूजा लोहार ने। धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया लेक्चरर नमानि भुईंया ने। इस सेमिनार को सफल बनाने में प्रिसिंपल संजय कुमार,असिस्टेंट प्रोफेसर मोनीषा संतरा, असिस्टेंट प्रोफेसर रिसाली, लेक्चरर बसंती तियु, लेक्चरर दीपिका महतो,शीतल कुमारी, जयवर्धन इत्यादि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।