रांची : रिम्स में डॉक्टरों और होमगार्ड्स के बीच जबरदस्त झड़प, दर्जनों घायल
रांचीः झारखंड का सबसे बड़ा अस्पताल रिम्स हमेशा विवादों में ही रहता है. खासकर मारपीट की घटनाओं को लेकर तो यह अस्पताल हमेशा बदनाम रहा है. इस बार तो रिम्स की सुरक्षा में लगाए गए होमगार्ड के साथ ही डॉक्टरों की जबरदस्त भिड़ंत हुई है. होमगार्ड जवानों और डॉक्टर के बीच हुई झड़प में एक दर्जन से ज्यादा डॉक्टर और होमगार्ड के जवान घायल हुए हैं.
रात भर रणक्षेत्र बना रहा रिम्स
राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल रिम्स मंगलवार की पूरी रात रणक्षेत्र में तब्दील रहा. अस्पताल में जूनियर डॉक्टर और सुरक्षा में तैनात होमगार्ड के जवानों के बीच जमकर मारपीट हुई. मारपीट में होमगार्ड के कई जवान घायल हुए हैं, जबकि कुछ डॉक्टरों को भी गंभीर चोटें आई हैं. मामले की जानकारी मिलने के बाद सदर डीएसपी संजीव बेसरा सहित कई थानों की टीम मौके पर पहुंची और हंगामे को शांत करवाया.
क्यों हुई मारपीट
मिली जानकारी के अनुसार रिम्स परिसर में स्थित स्टेडियम में होमगार्ड जवानों के लिए शस्त्रागार बनाया गया है. होमगार्ड जवानों का आरोप है कि स्टेडियम स्थित शस्त्रागार में उनके सभी गन रखे गए हैं. रात के करीब 11 बजे होमगार्ड के कुछ जवान अपने बंदूक को लेने के लिए स्टेडियम जा रहे थे तो जूनियर डॉक्टरों ने उन्हें रोक दिया. रोकने के बाद बहस हुई और जूनियर डॉक्टरों ने उन पर हाथ छोड़ दिया, जिसके बाद मारपीट हो गई.
मामले की जांच जारी
होमगार्ड जवानों और जूनियर डॉक्टरों के बीच मंगलवार की पूरी रात मारपीट होती रही. मारपीट की सूचना पाकर बड़ी संख्या में होमगार्ड जवान भी रिम्स पहुंच गए. जिसके बाद तनाव और बढ़ गया. सदर डीएसपी संजीव ने बताया कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है. मामले की गहराई से जांच की जा रही है, जो भी व्यक्ति इसके लिए दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.
होमगार्ड के जवानों ने सुनाई आपबीती
रिम्स में जूनियर डॉक्टरों ने उनकी सुरक्षा में तैनात होमगार्ड के जवानों के साथ देर रात मारपीट की है. इस घटना की जांच की मांग को लेकर होमगार्ड के जवान धरना पर बैठ गए हैं. होमगार्ड के जवानों ने बताया कि मंगलवार रात 9:30 बजे के करीब मेडिकल के दो छात्र (युवक और युवती) स्टेडियम में घुसने की कोशिश कर रहे थे. सिक्योरिटी में तैनात होमगार्ड के जवानों ने उनसे आईडी कार्ड मांगा. जवान ने बताया कि रिम्स अधीक्षक का स्पष्ट निर्देश है कि शाम 7:00 बजे के बाद किसी भी छात्र को स्टेडियम में प्रवेश नहीं करने देना है. यहीं से विवाद शुरू हुआ और बाद में जमकर मारपीट हुई.