मोदी के आरोप की जांच संबंधी राहुल की मांग ‘बिल्कुल सही’ : चिदम्बरम
नयी दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदम्बरम ने शुक्रवार को कहा कि दो उद्योगपतियों द्वारा कांग्रेस को धन भेजने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आरोप की जांच कराये जाने की कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मांग ‘बिल्कुल सही’ है।
चिदम्बरम ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि उद्योगपतियों द्वारा कांग्रेस को ‘टेम्पो-भरकर’ नकदी पहुंचाने के मोदी के आरोप को ‘अत्यंत गंभीरता से देखा जाना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के आरोप की जांच की राहुल गांधी की मांग बिल्कुल सही हैं। प्रधानमंत्री ने एक बहुत ही गंभीर आरोप लगाया था कि दो प्रमुख उद्योगपतियों के पास टेम्पो में भरने जितनी अधिक मात्रा में नकदी है और उसे कांग्रेस पार्टी को दिया गया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री की ओर से लगाये गये इस आरोप को अत्यंत गंभीरता से देखा जाना चाहिए।’’
चिदम्बरम ने कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो या प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जांच कराये जाने संबंधी राहुल गांधी की मांग बिल्कुल उचित है। उन्होंने भाजपा पर इस मुद्दे पर चुप रहने का आरोप भी लगाया।
वह पहले केंद्रीय वित्त एवं गृहमंत्री का पद संभाल चुके हैं।
चिदम्बरम ने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने सीबीआई या ईडी से जांच की मांग की है। जांच की मांग बिल्कुल जायज है। प्रधानमंत्री (सीबीआई मंत्री) पिछले 24 घंटों में चुप क्यों हो गए हैं?’’
उन्होंने कहा, ‘‘वित्तमंत्री (ईडी मंत्री) ने जांच की मांग का जवाब क्यों नहीं दिया? इन लोगों की चुप्पी अमंगलसूचक है।’’
मोदी ने बुधवार को लोकसभा चुनाव के दौरान पहली बार कांग्रेस पर ‘अंबानी और अडाणी’ के साथ ‘सौदा’ करने का आरोप लगाया और पूछा कि क्या पार्टी को गांधी के लिए दो उद्योगपतियों से ‘काले धन से लदा टेम्पो’ मिला था, ताकि वह उन उद्योगपतियों का‘नाम लेना’ बंद करें।
‘‘अंबानी-अडाणी’’ के नाम का इस्तेमाल कांग्रेस द्वारा केंद्र में मोदी और उनकी सरकार पर निशाना साधने के लिए किया जाता रहा था, लेकिन प्रधानमंत्री ने पिछले दिनों ‘अंबानी-अडाणी’ मुद्दे पर विमर्श में बदलाव करते हुए कांग्रेस से यह बताने को कहा था कि आखिर जो ‘शहजादे’ (राहुल गांधी) पिछले पांच साल से अंबानी-अडाणी का नाम लेते रहते थे उन्होंने चुनाव की घोषणा के बाद से बोलना क्यों छोड़ दिया है? मोदी ने पूछा था कि क्या इसके लिए पार्टी ने कोई सौदा किया है?
उसी दिन गांधी ने मोदी को चुनौती दी कि वह इस बात की जांच सीबीआई या ईडी से कराएं कि क्या अडाणी और अंबानी ने उनकी पार्टी को काला धन भेजा था?
कई कांग्रेस नेताओं ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल पर वीडियो संदेश डालकर पूछा है कि मोदी अपने आरोप के आधार पर अडाणी और अंबानी के खिलाफ जांच का आदेश कब देंगे?