अनुप्रिया चौबे
जमशेदपुर शहर में इन दिनों डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है । शहर के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीज भर्ती होने की सूचना है उपलब्ध आंकड़े के अनुसार डेंगू के 100 मरीज शहर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं ।
डेंगू और मलेरिया के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार ने बचाव तथा नियंत्रण हेतु सुविधाएं दी जा रही हैं । सभी सरकारी अस्पतालों , सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और स्वास्थ्य्य् उप केंद्रों में जांच की व्यवस्था तथा उपचार के लिए दवा मुफ्त उपलब्ध करवा रहे है।
मलेरिया और डेंगू से बचाव हेतु विशेष प्रभावित क्षेत्रों में घर के अन्दर किटनाशक / Ddt का छिड़काव कराए जा रहे हैं । सभी सरकारी सुविधाओं को लाभार्थियों तक पहुंचाने हेतु सहिया एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करती है जिसके लिए उन्हें प्रोत्साहन राशि दी जा रही है ।
झारखंड सरकार के द्वारा दिए गए निर्देशों को उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम रवि शंकर शुक्ला , सिविल सर्जन पूर्वी सिंहभूम डॉक्टर महेश्वर प्रसाद और जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ एके लाल पूरी टीम के साथ मिलकर लोगों को सुविधाएं उपलब्ध करवा रहे हैं । यहां तक की जांच व उपचार की सुविधा सभी सदर अनुमंडल अस्पतालों में मुफ्त उपलब्ध कराई जाएगी । जिला मलेरिया नियंत्रण समिति की ओर से हेल्पलाइन नंबर भी जारी कराया गया है 0657 2317223 , 2235836
वहीं दूसरी तरफ झारखंड सरकार ने स्वास्थ्य सलाह के लिए मेडिकल हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर भी जारी किया है 104
सिविल सर्जन डॉक्टर महेश्वर प्रसाद ने बताया कि मलेरिया डेंगू तथा चिकनगुनिया जानलेवा हो सकता है । मलेरिया का संक्रमण संक्रमित मादा एनोफिलिज मच्छर के काटने से होता है । मलेरिया बुखार के लक्षण ठंड के साथ बुखार आना, उल्टी होने या उल्टी जैसा लगना, पसीने के साथ बुखार उतरना, शरीर में ऐठन सिर्फ एवं सिर दर्द ।
जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ एके लाल ने लोगों से अपील की जिन्हें भी मलेरिया के लक्षणों का अनुभव होते है उन्हें तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें और रक्त जांच कराएं एवं गंभीर रोगी को जल्द ही सरकारी अस्पताल में भर्ती कराएं ।
डॉ महेश्वर प्रसाद ने बताया कि कैसे होता है डेंगू,चिकनगुनिया और मलेरिया और इससे बचने के उपाय
डेंगू और चिकनगुनिया साफ पानी में पैदा होते है । ये बीमारियां एडीज एजिप्टी मच्छर के कांटने के कारण होती है. वहीं दूसरी तरफ मलेरिया एनोफ़ेलीज़ मच्छर के कांटने से होता है और ये मच्छर गंदे पानी में पैदा होता है ।
कैसे बचें इस बीमारी से
1 डेंगू का मच्छर दिन के समय काटता है. इसलिए दिन में मच्छरों के काटने से खुद को बचाएं.
2. बारिश के दिनों में फुल शर्ट ही पहनें. पावों में जूते जरूर पहनें. शरीर को कहीं से भी खुला ना छोड़ें.
3. घर के आसपास या घर के अंदर पानी नहीं जमने दें. कूलर, गमले, टायर इत्यादि में जमे पानी को तुरंत बहा दें.
4. कूलर में यदि पानी है तो इसमें किरासन तेल डालें जिससे कि मच्छर पनप ना पाये.
5. कीटनाशीयुक्त मच्छरदानी का उपयोग करें और मच्छरों को दूर करें.
6. पानी की टंकियों को सही तरीके से ढंक कर रखें.
7. यदि आपको डेंगू हो भी गया है तो ये परहेज करते रहें जिससे आपके शरीर का वायरस दूसरों तक न पहुंचे.
8. सबसे पहले नजदीकी डॉक्टर से सहायता लें और खून में प्लेटलेट्स की जांच करवा लें.
9. उपचार का मुख्य तरीका सहायक चिकित्सा देना ही है. रोगी को लगातार पानी देते रहें नहीं तो शरीर में पानी की कमी हो सकती है. नसों के जरिए भी रोगी को तरल दिया जाता है.
10. रोगी के खून में यदि प्लेटलेट्स की संख्या बहुत कम हो जाए या फिर रक्त स्त्राव शुरू हो जाए तो खून चढ़ाना भी पड़ सकता है.
11. खुद से कोई दवा ना लें क्योंकि यदि आपने गलती से एस्प्रीन या कोई और गैर स्टेरोईड दवाएं ली तो रक्तस्त्राव बढ सकता है.
12. साधारण पेरासिटामोल रोगी को देने में कोई हर्ज नहीं है.
सिविल सर्जन डॉक्टर महेश्वर प्रसाद ने लोगों से अपील की है कि आप अपने घरों में पानी का जमाव नहीं होने दें