गालुडीह, आज दिनांक 30.12.2023 को बृहद झारखंड कला संस्कृति मंच द्वारा 7 जनवरी को डिमना से साकची आमबागान तक आयोजित डहरे टुसु परब को लेकर तैयारी बैठक घाटशीला के मोउभंडार में बैठक किया गया.
बैठक में गालुडीह क्षेत्र के युवाओं का भागीदारी रहा. बैठक में तय हुआ कि गालुडीह घाटशीला के हर गाँव से अपने से बनाया हुआ पारम्परिक एक एक चौड़ल ले जाने का तय हुआ.
मंच ने सभी से आह्वान किया कि सभी महिला पुरुष अपने पारम्परिक परिधान पहनकर जाने का कोशिश करें.
मंच ने बताया कि पिछले बार गालुडीह घाटशीला से लगभग 20 हजार से ज्यादा लोगों का भागीदारी रहा था. इसबार उससे ज्यादा लोग जाने का संभावना है.
गालुडीह क्षेत्र के गाँव घर में प्रचार प्रसार चल रहा है. टुसु कोई देवी नहीं है. टुसु का मूर्ति रूप नहीं होता है. चौड़ल ही टुसु का आकृति रूप है.