उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा शशि भूषण मेहरा ने जिले वासियों से बढ़ते ठंड के प्रकोप से बचने हेतु सावधानी बरतने का किया अपील
उपायुक्त ने बढ़ते ठंड को लेकर राहगीरों एवं आमजनों की सुविधा के लिए सभी अंचलों/ निकायों के प्रमुख चौक-चौराहों आदि स्थानों में आवश्यकतानुसार अलाव की व्यवस्था करने हेतु दिए अहम दिशा निर्देश
आज दिनांक 15.12.2023 को उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्री शशि भूषण मेहरा (भा०प्र०से०) ने जिले में पिछले कुछ दिनों से ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए आम लोगों, राहगीरों, बच्चे, बूढ़े बुजुर्गों आदि के लिए एडवाइजरी जारी किया गया।
उपायुक्त श्री शशि भूषण मेहरा (भा०प्र०से०) ने जिले में शीत लहर और बढ़ती ठंड को देखते हुए स्थिति से निपटने के लिए सभी अंचल अधिकारियों एवं कार्यपालक पदाधिकारी नगर निकाय जामताड़ा एवं मिहिजाम को अलाव की व्यवस्था करने और कंबल वितरण करने हेतु निर्देश दिए हैं। वहीं उपायुक्त ने सिविल सर्जन को स्वास्थ्य संबंधित एवं पशुपालन पदाधिकारी को पशुधन की सुरक्षा करने और अलर्ट मोड पर रहने हेतु आवश्यक निर्देश दिये हैं।
*बच्चों एवं परिवार के बुजुर्गजनों का रखें खास ख्याल*
उपायुक्त ने कहा कि तापमान में लगातार गिरावट हो रही है जिससे शीतलहर, ठण्ड, कुहासा के प्रकोप की संभावना बन रही है, ऐसे में उन्होंने जिलेवासियों खास कर बुजुर्ग व्यक्तियों, छोटे बच्चों आदि का खास ख्याल रखने हेतु अपील किया। उन्होंने कहा कि यथासंभव घर के अन्दर सुरक्षित रहे तथा संचार माध्यमोें से मौसम की जानकारी लेते रहें। वहीं ठंड के प्रकोप को देखते हुए उन्होंने जिले में रिक्शावाले, फूटपाथ पर रहने वाले, राहगीरों, आमजनों आदि के बचाव हेतु बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, चौक चौराहों आदि महत्वपूर्ण स्थानों पर अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु सभी अंचल अधिकारियों एवं कार्यपालक पदाधिकारी नगर निकाय जामताड़ा को आवश्यक एवं उचित दिशा निर्देश दिया।
उपायुक्त ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि घने कुहासे में गाड़ी नहीं चलाएं, आवश्यकता होने पर फाॅग लाईट जलाकर धीमी गति से सावधानीपूर्वक गाड़ी चलायें। रात में अंगीठी, चुल्हा जलाकर कदापि न सोयें। सरकार एवं प्रशासन द्वारा वितरित किए जा रहे कंबल एवं गर्म कपड़ों की मदद ले। किसी भी प्रकार की कठिनाई एवं आपदा का शिकार होने पर अपने प्रखण्ड/अंचल स्तरीय अधिकारियों के अलावा अनुमंडल में संपर्क करें ताकि ठंड से बचाव के लिए समुचित प्रबंध किया जा सके।