संवाददाता- विवेक चौबे
गढ़वा : जिले के कांडी अंचल कार्यालय के सृजन के सात वर्षों में 11वें अंचल पदाधिकारी का कांडी अंचल में पदस्थापन किया गया है। कांडी अंचल का 20 अक्टूबर 2016 को उद्घाटन किया गया था। इस अंचल में प्रथम एवं फाउंडर सीओ के रूप में कांडी के प्रखंड विकास पदाधिकारी गुलाम समदानी को यहां का अंचल पदाधिकारी बनाया गया था। उन्होंने 20 अक्टूबर 2016 से 14 दिसंबर 2017 तक अंचलाधिकारी का कार्य भार संभाला। जबकि कांडी अंचल के स्वतंत्र अंचल अधिकारी के रूप में मोहम्मद असलम ने 14 – 12 – 2017 को योगदान दिया था। इस पद पर मोहम्मद असलम 5 मार्च 2019 तक बन रहे। जबकि अगले अंचल पदाधिकारी के रूप में राकेश सहाय ने 5 मार्च 2019 को योगदान दिया। इस पद पर राकेश सहाय ने 17 अक्टूबर 2019 तक ही कार्य किया। जबकि अमरेन डांग को 17 अक्टूबर 2019 को कांडी अंचल अधिकारी का प्रभार दिया गया। वे मात्र 6 दिन 23 अक्टूबर 2019 तक इस पद पर रहे। जबकि 23 अक्टूबर 2019 को जोहन टुडू को कांडी अंचलाधिकारी का प्रभार दिया गया। वह 23 जुलाई 2021 तक इस पद पर बने रहे। पुन: 23 जुलाई 2021 को अमरेनन डांग कांडी के अंचलाधिकारी बनाए गए। जो मात्र 5 दिन 27 जुलाई 2021 तक इस पद पर रहे। जबकि कांडी बीडीओ मनोज कुमार तिवारी को 28 जुलाई 2021 को कांडी अंचल पदाधिकारी का भी प्रभार दिया गया। वे 9 सितंबर 2022 तक इस पद पर रहे। इसके बाद जिला मुख्यालय गढ़वा में कार्यपालक दंडाधिकारी के रूप में कार्यरत अजय कुमार दास को 9 सितंबर 2022 को कांडी का अंचलाधिकारी बनाया गया। देवघर के श्रावणी मेला में बतौर दंडाधिकारी ड्यूटी के लिए 2 महीना के लिए उन्हें 30 जून 2023 को कांडी से विरमित किया गया। एक बार फिर मनोज कुमार तिवारी को 30 जून 2023 को कांडी के अंचल अधिकारी का प्रभार सोपा गया। वे इस पद पर 9 अक्टूबर 2023 तक बन रहे। कांडी के प्रखंड विकास पदाधिकारी के रूप में पदस्थापित ललित प्रसाद सिंह ने 9 अक्टूबर 2023 को कांडी अंचल का भी प्रभार ग्रहण किया। अभी हाल में झारखंड सरकार के कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग के द्वारा लातेहार जिला के बालूमाथ अंचल के अंचल अधिकारी मोहम्मद आफताब आलम को कांडी का अंचल पदाधिकारी बनाते हुए अधिसूचना जारी कर दी गई है। हालांकि उन्होंने खबर लिखे जाने तक बतौर कांडी अंचल पदाधिकारी योगदान नहीं दिया है।