मुंबई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है. वह पार्टी के प्रमुख बने रहेंगे. शरद पवार ने कहा, सब कुछ पर फिर से विचार करने के बाद, मैं घोषणा करता हूं कि पार्टी के अध्यक्ष के रूप में काम जारी रहूंगा. मैं अपना पिछला फैसला वापस लेता हूं.
शुक्रवार को मुंबई में एनसीपी की 16 सदस्यीय कोर कमेटी की बैठक हुई. इसमें शरद पवार के इस्तीफे को खारिज कर दिया गया. एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव प्रफुल्ल पटेल ने पवार का इस्तीफा खारिज करने संबंधी प्रस्ताव पेश किया. कोर कमेटी के सभी सदस्यों ने प्रस्ताव का समर्थन किया और इस्तीफा नामंजूर कर दिया.
कोर कमेटी ने किया अध्यक्ष बने रहने का अनुरोध
कोर कमेटी ने शरद पवार से पार्टी अध्यक्ष बने रहने का अनुरोध किया. इसके बाद शरद पवार ने इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया. इससे पार्टी में नेतृत्व को लेकर शुरू हुआ संकट खत्म हो गया है. पार्टी के नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं ने शरद पवार के फैसले पर खुशी व्यक्त की है. शरद पवार द्वारा इस्तीफा वापस लेने से उनके उत्तराधिकारी को लेकर चल रही चर्चाओं पर फिलहाल विराम लग गया है. पहले कहा जा रहा था कि शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले पार्टी का नेतृत्व संभाल सकती हैं. वहीं, पवार के भतीजे और महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम अजित पवार का नाम भी अध्यक्ष पद की रेस में शामिल था.
2 मई को शरद पवार ने की थी इस्तीफा देने की घोषणा
शरद पवार ने 2 मई को एनसीपी का अध्यक्ष पद छोडऩे की घोषणा की थी. शरद पवार ने यह घोषणा ऐसे वक्त की जब उनके भतीजे अजीत पवार के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा चल रही है. शरद पवार द्वारा इस्तीफा देने की घोषणा करने पर एनसीपी कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया था. कार्यकर्ताओं से लेकर नेताओं तक ने कहा कि उन्हें यह फैसला मंजूर नहीं है.
शरद पवार ने कहा- नया चेहरा आना चाहिए
इस्तीफा देने की घोषणा करते हुए शरद पवान के कहा था कि कोई नया चेहरा आना चाहिए जो एनसीपी की बागडोर संभाले. पार्टी को और ऊंचाइयों पर ले जा सके. पार्टी के हित में सही फैसला ले सके. इससे पहले उन्होंने रोटी पलटने संबंधी बयान देकर चर्चाओं का बाजार गरम कर दिया था. पवार ने कहा था, रोटी पलटने का समय आ गया है. सही समय पर रोटी नहीं पलटी जाए तो जल जाती है, कड़वी लगती है.