पश्चिम मध्य रेलवे के अंतर्गत जबलपुर मंडल के न्यू कटनी जंक्शन स्थित रेलवे के आरओएच डिपो में पदस्थ सीनियर डीएमई एसके सिंह की संदिग्ध कार्यप्रणाली की शिकायतों पर कार्यवाही करते हुए बुधवार की देर शाम सीबीआई की टीम ने छापा मारा. सीबीबाई की टीम ने आरओएच डिपो में रेल अधिकारी के कामकाज से संबंधित दस्तावेज खंगाले और उसको हिरासत में लेकर कई घंटे तक पूछताछ की. इसके बाद आज दूसरे दिन गुरूवार को भी सीबीआई की जांच जारी रही. वहीं सीबीआई के छापे की जानकारी जैसे ही रेलवे स्टॉफ को लेकर कटनी से लेकर जबलपुर तक हड़कंप मच गया. इस संबंध में रेलसूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि एनकेजे स्थित आरओएच डिपो में पदस्थ सीनियर डीएमई एसके सिंह की संदिग्ध कार्यप्रणाली को लेकर लगातार शिकायतें रेलवे के आला अधिकारियों सहित सीबीआई के पास पहुंच रही थी. बताया जाता है कि शिकायतों रेलवे के आला अधिकारियों सहित सीबीआई ने गंभीरता से लिया और बुधवार की देर शाम सीबीआई की एक टीम शिकायतों की जांच करने कटनी पहुंच गई.
बताया जा रहा है कि सीबीआई देरशाम कटनी पहुंचने के बाद सीधे आरओएच डिपो पहुंची और सीनियर डीएमई एसके सिंह के विभाग से संबंधित सभी दस्तावेज जप्त करते हुए अधिकारी को भी हिरासत में ले लिया. इसके बाद दस्तावेजों की जांच व रेल अधिकारी से पूछताछ की गई. बताया जाता है कि देर रात तक दस्तावेज खंगालने के साथ ही रेल अधिकारी से पूछताछ की जाती रही. वहीं आज सुबह से ही सीबीआई की टीम ने फिर से जांच व पूछताछ का सिलसिला शुरू कर दिया, जो अभी भी जारी है.
जानकारी के अनुसार ग्वालियर के रहने वाले अंकित शर्मा ने रेलवे को हाइड्रोलिक मशीन सप्लाई की थी. जिसका बिल पास करने के अधिकार सीनियर डीएमई एसके सिंह के पास थे. एसके सिंह इसी बिल को पास करने के एवज में अंकित शर्मा से 70 हजार रूपए कमीशन की मांग की थी. एटीएम में लीमिट होने के कारण 40 हजार रूपए अभी देने की बात हुई तथा 30 हजार रूपए बाद में. बताया जाता है कि अंकित शर्मा ने ही इस संबंध में सीबीआई को शिकायत की थी. जिसके बाद सीबीआई की टीम कटनी पहुंची और एसके सिंह को कमीशन लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा और इसके बाद जांच शुरू की गई.