महान मजदूर नेता कॉमरेड केदार दास की 42 वीं पुण्यतिथि पर शाहवासियों नें उन्हें श्रद्धांजलि दी
23 से 27 फरवरी तक आयोजित होगा लिवरपुल क्रिकेट क्लब क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन, 32 टीमें लेंगी हिस्सा
संत गाडके जागृति मंच की ओर से रविवार को जमशेदपुर में एक विशाल शोभायात्रा शह संत समागम का आयोजन किया गया
घाटशिला: बिना वैध चालान का परिवहन करते बालू लदा 1 हाईवा पकड़ाया
महान मजदूर नेता कॉमरेड केदार दास की 42 वीं पुण्यतिथि पर शाहवासियों नें उन्हें श्रद्धांजलि दी
आज महान मजदूर नेता कॉमरेड केदार दास की 42 वीं पुण्यतिथि है. इस मौके पर शाहवासियों नें उन्हें श्रद्धांजलि दी. जमशेदपुर के साकची गोलचक्कर पर कॉमरेड केदार दास की स्मृति में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. जिसमें ट्रेड यूनियन से जुड़े तमाम मजदूर संगठनों के लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके बताए आदर्शो पर चलने का प्रण लिया. बता दें कि कॉमरेड केदार दास, एक ऐसा नाम, जिसकी चर्चा से मजदूर आन्दोलन के इतिहास को याद कर अपने आप में ताजगी महसूस होती है. वैसे तो केदार दास का जन्म एक साधारण परिवार में 4 जनवरी, 1913 को बिहार राज्य के दरभंगा जिला (वर्तमान में मधुबनी जिला) के गुरमहा (पछारी) गाँव में हुआ. तथा उनका निधन दिनांक 19 फरवरी, 1961 को जमशेदपुर में हुआ. वे नौकरी करने जमशेदपुर आए. उनके बड़े भाई श्री श्याम बिहारी बाबू टीनप्लेट में रहते थे, वे भी टीनप्लेट कम्पनी में कॉपरेटिव में काम करते थे. अपने बड़े भाई के यहां रहकर टीनप्लेट में नौकरी करने लगे. जहां उनका सम्पर्क वारिन डे से हुआ जो एक क्रांतिकारी थे. साथ ही वे प्रोफेसर अब्दुल बारी के साथ खेत मजदूर आन्दोलन में जुटे, उसके बाद धीरे- धीरे उनमें आन्दोलन का तेवर बदलने लगा इसी बीच एटक (AITUC) का बंटवारा हुआ और वे दोस्ताना रवैये के साथ प्रोफेसर अब्दुल बारी को यूनियन ऑफिस की चाबी थमा दी और एटक के नेतृत्व में मजदूर आन्दोलन करने लगे. सन् 1957 में पहली बार बिहार विधानसभा के सदस्य चुने गए उसके बाद 1958 आते- आते टिस्को के अन्दर कॉ. केदार दास के नेतृत्व में हड़ताल हुआ. उनके महत्वपूर्ण साथियों में अली अमजद, वारीन डे, निपेन बनर्जी सत्यनारायण सिंह, गुरुबख्श सिंह, रामवतार सिंह आदि महत्पूर्ण थे. उसी आन्दोलन के परिणाम स्वरूप जिन्दा या मुर्दा केदार दास की गिरफ्तारी का वॉरण्ट निर्गत किया गया. जैसे- तैसे वे यहां से निकलकर बिहार विधानसभा पहुंचे, जहां उनकी गिरफ्तारी की गई.
ध्यान देने की बात है कि उस वक्त स्वतंत्रता आन्दोलन के बड़े नेता श्री कृष्ण सिन्हा मुख्यमंत्री थे और उनके अलावे और साथियों पर जेल में रखकर मुकदमा चलाया गया, और केदार दास सहित अन्य लोगों को सजा भी सुनाई गई. फलस्वरूप केदार दास को 1962 में चुनाव लड़ने से कानून रोका गया, लेकिन जमशेदपुर की जनता ने उसका करारा जवाब दिया और 1962 में जमशेदार के दोनों सीटों पर केदार दास के सहयोगी मित्र चुनाव जीते, जिसमें रामवतार सिंह जमशेदपुर (पश्चिम) तथा सुनील मुखर्जी (पूर्वी) क्षेत्र से चुनाव जीते. साथ ही साथ संसदीय सीट पर यूके मिश्रा सांसद चुने गए. इस आन्दोलन का असर यह रहा कि बगल में घाटशिला विधानसभा से इनने अनन्य सहयोगी कॉ. वास्ता सोरेन भी विजयी हुए जेल से लौटने के बाद पुनः आन्दोलन ने रफ्तार पकड़ा और 1969 में ऐतिहासिक इंजीनियरिंग मजदूरों का हड़ताल हुआ, जिसमें सकारात्मक उपलब्धी हुई, उसके बाद फिर विधानसभा में दो बार और विजयी हुए, और 1981 में इस शहर के सबसे शोषित पीडित ठेकेदार मजदूरों का ऐतिहासिक हड़ताल किया उसी हड़ताल के दौरान 19 फरवरी, 1981 को उनका निधन हो गया. मजदूर नेता अंबुज ठाकुर ने कहा हम इनकी स्मृति को सलाम करते हुए उम्मीद रखते हैं कि, वर्तमान देश की सरकार के मजदूर विरोधी, दमनकारी नीति के खिलाफ संघर्ष करते हुए मजदूरों के अधिकारों के रक्षार्थ अनवरत संघर्ष करते रहेंगे.
23 से 27 फरवरी तक आयोजित होगा लिवरपुल क्रिकेट क्लब क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन, 32 टीमें लेंगी हिस्सा
जमशेदपुर के को ऑपरेटिव ग्राउंड में 23 से 27 फरवरी तक लिवरपुल क्रिकेट क्लब क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है. यह आयोजन जय महाकाल सेवा संघ की ओर से किया जा रहा है. इसको लेकर रविवार को एक प्रेस वार्ता बुलाई गई. प्रेस वार्ता में मुख्य संरक्षक नीरज सिंह ने बताया कि इसमें कुल 32 टीमें हिस्सा ले रही है. इसके लिए एंट्री फीस 4001 रुपए रखा गया है. विजेता टीम को 1,25,000 रुपए का नकद पुरस्कार के अलावा कप दिया जाएगा वहीं उप विजेता को 75,000 रुपए का इनाम और कप दिया जाएगा. इसके अलावा सेमी फाइनल में पहुंचने वाली टीम को 10 हजार रुपए दिए जाएंगे वहीं मैन ऑफ द सीरीज और मैन ऑफ द मैच के लिए भी इनाम है.
उन्होंने बताया कि टूर्नामेंट टेनिस बॉल से होगा जिसमे शहर के अलावा राज्य के बाहर से भी टीम आ रही है. हर मैच 8 ओवर का होगा. मैच में मुख्य अतिथि के रूप के क्रिकेटर सौरभ तिवारी मौजूद रहेंगे. नीरज सिंह ने कहा कि यह एक खेल है जहां सभी जाति धर्म के लोग खेलते है. यह एक ऐसा माध्यम है जहां सभी मिलकर खेलते भी है और खिलाते भी है. इसमें गांव की टीम को भी शामिल किया जा रहा है ताकि उन्हें एक अच्छा मंच मिले. इस प्रेस वार्ता में प्रेसिडेंट मनीष जैन, मुख्य संरक्षक नीरज सिंह, संरक्षक सुशील पांडे, मार्केटिंग देवेंद्र कुमार, सेक्रेट्री अजय तिर्की और विनीत लाल मौजूद रहे.
संत गाडके जागृति मंच की ओर से रविवार को जमशेदपुर में एक विशाल शोभायात्रा शह संत समागम का आयोजन किया गया
संत गाडके जागृति मंच की ओर से रविवार को जमशेदपुर में एक विशाल शोभायात्रा सह संत समागम का आयोजन किया गया. शोभायात्रा बिष्टुपुर अल्कोर होटल से निकलकर मिलानी हॉल तक पहुंची. जहां संत समागम में समाज के बुद्धिजीवियों ने संत गाडगे के विचारों से समाज के लोगों को अवगत कराया और उनके आदर्शों को जीवन में आत्मसात करने की अपील की. इस दौरान समाज के छात्र- छात्राओं के बीच पाठ्य सामग्रियों का वितरण भी किया गया इस. संबंध में जानकारी देते हुए मंच की संयोजक शारदा देवी ने बताया कि संत गाडके ने जीवन पर्यंत समाज के उत्थान और कल्याण की शिक्षा दी. उनका एक ही सोचा था कि समाज का हर व्यक्ति साक्षर हो. उन्होंने नारा दिया था भूखे रहो मगर शिक्षा हासिल करो. इसी सोच और उद्देश्य के साथ संत गाडके जागृति मंच द्वारा शोभा यात्रा निकाली गई और संत गाडके के आदर्शों का पालन करते हुए उत्सव मनाया जा रहा है.
कदमा इसीसी फ्लैट क्लब हाउस में शौण्डिक कल्याण परिषद जमशेदपुर महानगर के द्वारा आयोजित वनभोज सह पारिवारिक मिलन समारोह में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता जी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए.
घाटशिला: बिना वैध चालान का परिवहन करते बालू लदा 1 हाईवा पकड़ाया
पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन द्वारा अवैध खनिज कारोबार के रोकथाम हेतु लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में घाटशिला अनुमंडल अंतर्गत मउभण्डार से 1 हाईवा अवैध परिवहन करते पकड़ा गया। मौके पर जब चालक से वाहन में लदे बालू के चालान/कागजात की मांग की गई तो ई चालान 8 फरवरी का पाया गया। ऐसे में बिना वैध चालान के बालू परिवहन को लेकर अंचल अधिकारी, घाटशिला द्वारा वाहन जब्त करते हुए मउभण्डार ओ.पी के सुपुर्द किया गया है।