जमशेदपुर में शुक्रवार देर शाम बड़ा हादसा हुआ है. वैसे ऊपर वाले का लाख-लाख शुक्र है, कि इस हादसे में कोई इंसानी जान को क्षति नहीं हुई, लेकिन इसे एक संयोग कह सकते हैं. बता दें कि वैश्विक त्रासदी कोरोना के संभावित तीसरे लहर खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में 100 बेड का पोर्टेबल हेल्थ केयर वार्ड तैयार किया जा रहा था. वैसे यह हेल्थ केयर यूनिट लगभग तैयार हो चुका था. अमेरिकन इंडियन फाउंडेशन के सहयोग से इस पोर्टेबल हेल्थ केयर यूनिट का निर्माण कार्य अंतिम चरण पर था, लेकिन शुक्रवार को अचानक एक के बाद एक 10 धमाके हुए और पूरा स्ट्रक्चर धराशाई हो गया. निश्चित तौर पर कह सकते हैं, कि अगर अस्पताल संचालित हो रहा होता और इसमें मरीज होते तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इस वक्त क्या स्थिति हो रही होती. मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने बताया, कि पहले तीन धमाके बेहद ही शक्तिशाली थे. ऐसा लगा कि कहीं बमबाजी हुई है. उसके बाद अंदर काम कर रहे मजदूर इधर-उधर भागने लगे. किसी को कुछ समझ में आता, कि धीरे-धीरे पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर धराशाई होने लगा. इस दौरान अस्पताल में मौजूद अन्य मरीज एवं उनके परिजन भी सकते में आ गए.वैसे यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है, कि वास्तव में यहां हुआ क्या है. फिलहाल इसकी जांच शुरू कर दी गई है.
अस्पताल परिसर में एक के बाद एक 10 धमाके हुए और पूरा स्ट्रक्चर धराशाई
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