रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के मुद्दे पर विचार करने लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक समिति गठित करेंगे जो निश्चित समय-सीमा में अपनी रिपोर्ट देगी. सर्वदलीय बैठक के बाद सिंह ने संवाददाताओें से कहा कि प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के मुद्दे पर एक समिति गठित की जाएगी. उन्होंने कहा कि यह समिति निश्चित समय-सीमा में अपनी रिपोर्ट देगी.
उल्लेखनीय है कि मोदी ने लोकसभा और सभी विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने तथा महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के आयोजन सहित अन्य मुद्दों पर सर्वदलीय बैठक बुलायी थी.
नवीन पटनायक ने समर्थन किया
बीजू जनता दल के मुखिया और ओडिशा के मुख्यमंत्री के नवीन पटनायक ने बुधवार को कहा कि वह देश में लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव एकसाथ कराए जाने का समर्थन करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर विषय पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के बाद पटनायक ने कहा कि उनकी पार्टी इस विचार का समर्थन करती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने संविधान की प्रस्तावना में ‘शांति एवं ‘अहिंसा’ शब्द जोड़ने का सुझाव दिया है.
सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हुई कांग्रेस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव और कुछ अन्य मुद्दों पर बुधवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस शामिल नहीं हुई और उसने कहा कि अगर सरकार चुनाव सुधारों को लेकर कोई कदम उठानी चाहती है तो वह संसद में इस विषय पर चर्चा कराए.
पार्टी सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा एवं राज्यों की विधानसभा के एकसाथ चुनाव कराने को लेकर भाजपा पर दोहारा मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बैठक में शामिल होने का निमंत्रण मिला था, लेकिन वह खेद प्रकट करते हुए इसमें शामिल नहीं हुए.
गोगोई ने संवाददाताओं से कहा, ”हम भी चाहते हैं कि चुनाव प्रक्रिया में सुधार हो. हमने गुजरात में राज्यसभा की दो सीटों पर एकसाथ उपचुनाव कराने की मांग की है. हमने कहा है कि मत पत्र से चुनाव कराए जाएं. हमने यह मुद्दा उठाया है कि इस चुनाव में बेतहाशा पैसे खर्च किए गए. दिक्कत है कि प्रधानमंत्री विपक्ष की बातों को नजरअंदाज करते हैं.”