बगदाद: अमेरिका द्वारा शीर्ष ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद खाड़ी में तनाव बढ़ गया है. इसी कड़ी में इराक की राजधानी बगदाद स्थित अमेरिकी दूतावास के पास फिर रविवार 5 जनवरी की देर रात दो राकेट से हमला किया गया. यह जानकारी चश्मदीदों ने दी. इससे पहले शनिवार रात को भी रॉकेट से अमेरिकी दूतावास और बलाद एयरबेस पर चार रॉकेट से हमला किया गया था. हालांकि हमले में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है.ईराक में अमेरिकी दूतावास और एयरबेस पर रॉकेट से हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को ईरान को चेतावनी दी कि उसने ईरान में 52 संभावित ठिकानों की पहचान की है. यदि तेहरान ने सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए अमेरिका के खिलाफ किसी भी हमले को अंजाम दिया, तो इसका अंजाम बहुत खतरनाक होगा.सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को ग्रीन जोन में दो मोर्टार और अमेरिकी एयरबेस पर दो रॉकेट दागे गए. ग्रीन जोन बगदाद का बेहद सुरक्षित इलाका है, जहां अमेरिकी दूतावास स्थित है. इराकी सेना का कहना है कि एक मोर्टार ग्रीन जोन एंक्लेव के परिसर में और दूसरा इसके नजदीक फटा. विस्फोट के तुरंत बाद वहां चारों ओर सायरन की आवाजें गूंजने लगी थीं. इराकी सेना ने बताया कि मोर्टार हमले के बाद बगदाद के उत्तर में स्थित बलाद एयरबेस को दो रॉकेट से निशाना बनाया गया. यहां अमेरिकी सेनाएं रहती हैं.सूत्रों का कहना है कि हमले के तुरंत बाद एयरबेस के चारों ओर निगरानी ड्रोन उड़ान भरने लगे थे. बगदाद में अमेरिकी दूतावास और इराक में तैनात करीब 5,200 अमेरिकी सैनिकों को हाल के दिनों में कई बार हमलों का सामना करना पड़ा है. अमेरिका इन हमलों के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराता है. पिछले हफ्ते उत्तरी इराक में हुए ऐसे ही एक हमले में अमेरिकी कॉन्ट्रेक्टर की मौत हो गई थी.इसके बाद अमेरिका की कार्रवाई में 25 लड़ाके मारे गए थे, जो ईरान के नजदीकी माने जाते हैं. ईरान और अमेरिका के बीच तनाव उस वक्त बहुत बढ़ गया, जब शुक्रवार को अमेरिका ने बगदाद में ईरान के टॉप कमांडर कासिम सुलेमानी को ड्रोन हमले में मार गिराया था. सुलेमानी को वहां हवाईअड्डे से बाहर निकलते समय निशाना बना गया था.