भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बैरागढ़ में एक 20 साल की दलित लड़की का उसी के परिचित चौकीदार ने सारी रात बंधक बनाकर बलात्कार किया और उसके दो साथियों ने पहरेदारी की. इस दौरान लड़की को बेरहमी से पीटा गया.वहीं लड़की के माता-पिता ने रात में ही पुलिस को गुमशुदगी की सूचना दे दी थी, परंतु पुलिस लड़की की तलाश नहीं कर पाई. बदहवास लड़की सुबह पुलिस को मिली. इस बीच जनता ने दुष्कर्म के आरोपी को ढूंढ कर बेरहमी से पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया.इस घटना के बाद कांग्रेस ने शिवराज सिंह सरकार और भोपाल पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्यप्रदेश को देश की बलात्कार की राजधानी कहा है. वहीं एएसपी दिनेश कौशल ने बताया कि देर रात पीडि़ता के मां-बाप पुलिस थाने आए थे. उन्होंने बताया कि उनकी 20 साल की लड़की एक दुकान पर काम करती है. वह घर नहीं लौटी है. पुलिस ने सभी संभावित जगह और ठिकानों पर तलाश की. पुलिस सबसे पहले जिस दुकान पर लड़की काम करती थी, वहां पहुंची तो उन्होंने बताया कि वह एक्टिवा लौटाने किसी देवी सिंह के यहां गई है. इधर पुलिस से पहले ही लोगों ने आरोपी को खोज निकाला.जानकारी के अनुसार लड़की सुबह बैरागढ़ के 12 नंबर कैंपस के एक निर्माणाधीन मकान में बंधक मिली. वह बदहवास हालत में थी. उसे कुछ चोटें भी थीं. यह देखकर लोगों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने आरोपी की जमकर पिटाई की. आरोपी देवी सिंह को पुलिस के हवाले कर दिया गया. युवती को घायल अवस्था में हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है.वहीं पीडि़ता के दलित होने से इंकार करते हुये एएसपी कौशल ने बताया कि पीडि़ता घुमक्कड़ जाति से संबंधित है. अगर वह दलित श्रेणी में आती है तो आरोपियों के खिलाफ अन्य धाराएं भी बढ़ाई जाएंगी. तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है.पीडि़ता ने बताया कि वह 35 साल के देवी सिंह को पहचानती है. काम के सिलसिले में शनिवार को वह देवी से एक्टिवा ले गई थी. रात करीब 9:30 बजे वह देवी सिंह को निर्माणाधीन मकान पर गाड़ी लौटाने गई थी. उसके साथ दो और दोस्त वहां पर थे. वह उन्हें नहीं जानती थी. देवी ने कहा कि उसके पैसे गिर गए हैं. अंधेरे में दिख नहीं रहे हैं, टॉर्च दिखा दो. जैसे ही दरवाजे के पास टॉर्च दिखाने लगी तो उसके दोनों दोस्तों ने मुझे पकड़ लिया और कमरे के अंदर कर दिया. देवी ने मेरे साथ मारपीट करके दुष्कर्म किया और उसके दोनों साथी बाहर बैठकर पहरा देते रहे.डीआईजी इरशाद वली ने बताया कि अभी तक के बयानों के आधार पर पीडि़ता की शिकायत पर तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. मुख्य आरोपी देवी सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया है. उसने ही लड़की से दुष्कर्म किया है. उसके दोनों साथियों ने इसमें उसकी मदद की है. इसलिए लड़की के बयान के आधार पर सभी को आरोपी बनाया गया है. यह अपराध चिह्नित अपराध में रखा गया है ताकि इस मामले की जल्द जांच कर दोषियों को सख्त सजा दिलवाई जा सके.