नई दिल्ली. दुनिया को कोरोना वायरस के कहर के निजात दिलाने के लिए वैज्ञानिक जुटे हुये हैं और कोरोना वायरस के उपचार के लिए लगातार अनुसंधान कर रहे हैं. भारत में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के संक्रमण के उपचार में जुटे भारतीय वैज्ञानिकों को इसमें बड़ी सफलता मिली है.भारतीय वैज्ञानिकों ने पहली बार कोरोना वायरस की माइक्रोस्कोप से ली गई तस्वीर जारी की है. इन तस्वीरों से वैज्ञानिकों को आगे अनुसंधान में लाभ मिलेगा. साथ ही ये आशा भी बलवती हो गई है कि भारत को इसके उपचार के लिए वैक्सिन बनाने में भी सफलता मिल सकती है.भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला 30 जनवरी को केरल से आया था. वैज्ञानिकों ने इस खतरनाक वायरस की चपेट में आने वाले देश के पहले शख्स के गले से कोरोना वायरस का सैंपल लिया था. इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च के ताजा अंक में इसे विस्तार से प्रकाशित किया गया है.कोरोना वायरस के उपचार की दवा विकसित करने के लिये भारत, विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ दुनिया के तमाम देशों की साझेदारी वाली परीक्षण प्रक्रिया में अपनी भागीदारी कर सकता है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की महामारी एवं संक्रामक रोग इकाई के प्रमुख डॉ रमन आर गंगाखेडकर ने शुक्रवार को कहा कि परीक्षण के बाद नयी दवाओं की खोज हो सकेगी.