बिरसा नगर में भू माफियाओं पर कस्ता पुलिस का शिकंजा
बिरसा नगर में जमीन के अवैध कारोबार को बंद किया जाएगा भू माफियाओं पर पुलिस शिकंजा कसेगी उन्हें बख्शा नहीं जाएगा और इस तरह के पेशे से जुड़े सफेद कॉलर वाले लोग हो या भूमाफिया अपना बोरिया बिस्तर बांध लें अन्यथा पुलिस उन्हें किसी कीमत पर उन्हें छोड़ने वाले नहीं हैं बिरसा नगर थाना प्रभारी राजेश झा ने कहां की अधिवक्ता प्रकाश यादव हत्याकांड पर पुलिस काफी गंभीर है और हर एक पहलू की जांच की जा रही है उन्होंने कहा कि भले ही उनकी थानेदारी रहे अथवा जाए लेकिन इस तरह के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी ऐसा कह कर उन्होंने काले कारोबार से जुड़े लोगों को सावधान भी कर दिया है वही अधिवक्ता प्रकाश यादव हत्याकांड से जुड़े तीनों अभियुक्तों अमूल्य कर्मकार रविदास और लोहार को 24 घंटे की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद कोर्ट में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया गया है पुलिस ने उनका बयान भी दर्ज किया है
बिरसा नगर में शमशान की जमीन में हिस्सेदारी को लेकर हुई अधिवक्ता की हत्या पुलिस को नहीं मिला हत्या में प्रयुक्त चाकू
दूसरी ओर रिमांड पर लिए गए आरोपियों के बताए अनुसार निशानदेही पर पुलिस हत्या में प्रयुक्त चाकू की घंटों तलाश करती रही लेकिन पुलिस के हाथ चाकू नहीं लगा आरोपी जिस जगह पर चाकू के फेंकने की बात कह रहे थे वहां ऐसा कोई चिह्न भी नहीं मिला पुलिस का मानना है कि या तो यह लोग झूठ बोल रहे हैं अथवा फेंके गए अस्थान पर चाकू नहीं है वही आरोपियों के बयान पर भरोसा करें तो बिरसा नगर में शमशान की जमीन का एक बड़ा हिस्सा खाली पड़ा है जिस की घेराबंदी वह लोग और उनके सहयोगी कर रहे थे अमूल्य कर्मकार के छोटे भाई ने एक चारदीवारी भी बना ली थी अधिवक्ता प्रकाश यादव इसका विरोध कर रहे थे उनका कहना था कि इस जमीन में उनकी भी हिस्सेदारी होनी चाहिए अथवा उन्हें एक प्लॉट मिलना चाहिए जब इन लोगों ने अधिवक्ता को हिस्सेदारी देने से इनकार किया तो उन्होंने इसकी शिकायत कर काम को रुकवा दिया था इतना ही नहीं पहले भी कुछ जमीन की खरीद बिक्री में अधिवक्ता को हिस्सेदारी मिली थी और जिसमें नहीं मिली थी उसका भी काम उन्होंने रुकवा दिया था जिसकी वजह से अधिवक्ता भू माफियाओं की नजर में खटक रहे थे इसलिए इन भू माफियाओं ने एक साजिश रच कर और ₹300000 की सुपारी देकर अधिवक्ता प्रकाश यादव को रास्ते से हटवा दिया आरोपियों की माने तो अधिवक्ता भी जमीन के कारोबार में शामिल थे वैसे पुलिस मामले की छानबीन कर रही है जो भी सच्चाई होगी पुलिस के अनुसंधान में सामने आएगी