गाजियाबाद के लोनी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को एक खत लिखते हुए अपील की थी कि कलर्स चैनल पर प्रसारित हो रहे रियलिटी शो बिग बॉस 13 (Bigg Bosss 13) को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाए. उन्होंने अपनी अपील को बल देने के लिए शो पर कई तरह के आरोप लगाते हुए एक लंबी चिट्ठी लिखी थी. अब इस मामले पर सूचना मंत्रालय की ओर से सख्त कदम उठाया गया है.न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्वीट के मुताबिक- ‘सूत्रों की मानें तो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय रियलिटी शो ‘बिग बॉस 13′ के खिलाफ मिली शिकायत पर ध्यान दे रहा है.’ दरअसल, अपनी शिकायत में नंद किशोर गुर्जर ने चिट्ठी लिखकर कई आरोप लगाए थे. नंद किशोर गुर्जर का आरोप है कि ‘बिग बॉस 13’ का प्रसारण प्राइम टाइम के स्लॉट में किया जा रहा है, जिसके कंटेंट में बेहद ही अश्लीलता और फूहड़ता का खुलेआम घिनौना प्रदर्शन किया जा रहा है. इस शो की स्थिति यह है कि इसे घरेलू माहौल में देखना तक मुश्किल है.साथ ही कार्यक्रम का कंटेंट इस प्रकार तैयार किया गया है कि जिससे देश के पौराणिक एवं ऐतिहासिक पारंपरिक सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों को नुकसान पहुंचाया जा सके. बिग बॉस के सीजन 13 को बंद करने के लिए पहले भी धरना प्रदर्शन हो चुके हैं.इस सीजन में बेड फ्रेंड फॉरेवर कॉन्सेप्ट लाया गया था. इसके तहत लड़की और लड़के को एक ही बेड शेयर करना था, जिसे लेकर काफी विरोध प्रदर्शन हुए. इसके बाद इस कॉन्सेप्ट को ‘बिग बॉस’ ने वापस ले लिया. ‘बिग बॉस 13’ के मेकर्स ने घरवालों को अपनी मर्जी के अनुसार घर में बेड साझा करने की इजाजत दे दी.आपको बता दें, सबसे पहले सोशल मीडिया पर ‘बिग बॉस’ को बंद कराने की मांग उठी थी. ट्विटर पर हैशटैग ट्रेंड करने लगे. सोशल मीडिया पर लोग लव जेहाद फैलाता बिग बॉस, #Boycott_BigBoss और #UnsubscribeColoursTV जैसे हैशटैग को ट्रेंड कराने लगे. इन ट्वीट्स के जरिए लोग बिग बॉस में अश्लीलता फैलाने का आरोप लगाए थे.