नव पल्लव संस्था के अन्तर्गत ग्यारह कवयित्रियों का साझा काव्य संग्रह पंखुड़ी का लोकार्पण
आज तुलसी भवन में नवोदित संस्था नवपल्लव के तत्वाधान में 11 कवयित्रियों का साझा संकलन पंखुड़ी का लोकार्पण हुआ ।इस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर डॉ जूही समर्पिता, विशिष्ट अतिथि डॉ रागिनी भूषण एवं अन्य अतिथियों में श्रीमती पदमा मिश्रा जी एवं डॉ कल्याणी कबीर मौजूद थे ।कार्यक्रम में स्वागत भाषण नवपल्लव की अध्यक्षा श्रीमती माधुरी मिश्रा के द्वारा किया गया ,सरस्वती वंदना वीना पांडे जी के द्वारा हुई।
लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए डाॅक्टर कल्याणी कबीर ने कहा कि शहर की महिला रचनाकारों ने अपनी संवेदना और अनुभव को पंखुड़ी काव्य संग्रह के माध्यम से प्रतिबिम्बित किया है जो सराहनीय है ।
मुख्य अतिथि डाॅक्टर जूही समर्पिता ने कहा कि महिला रचनाकारों द्वारा रचित इस काव्य संग्रह का विमोचन करने का सुख मातृत्व सुख की तरह है । यह साहित्यिक यात्रा अनवरत जारी रहेगी , यही उम्मीद है।
समाजसेवी, सेवानिवृत वकील और साहित्यकार डाॅ लक्ष्मी निधि जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि साहित्य ही राष्ट्र की नींव मजबूत करता है इसलिए साहित्य सृजन चलते रहना चाहिए।
आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही डाॅ रागिनी भूषण जी ने सभी कवयित्रियों के नाम और उनकी रचनाओं से संबंधित गीत की प्रस्तुति कर मनमोहक समां बांध दिया।
मंच संचालन डॉ अनीता शर्मा के द्वारा तथा धन्यवाद ज्ञापन अनिता निधि के द्वारा दिया गया ।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मंचासीन अतिथियों के द्वारा पुस्तक का लोकार्पण हुआ। तत्पश्चात सभी नवोदित कवयित्रियों
को प्रतीक चिन्ह, पुस्तक और सहभागिता प्रमाण-पत्र पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस पुस्तक में नीता चौधरी, अनिता निधि, निर्मला राव, उपासना सिन्हा, आरती शर्मा, अभिलाषा कुमारी ,डाॅक्टर अनीता शर्मा,सुदीप्ता जेठी, माधुरी मिश्रा, आनंद वाला शर्मा एवं छाया प्रसाद जी की रचनाएं हैं ।
यह संस्था पूर्णरूपेण महिलाओं की संस्था है और इसका उद्देश्य नवोदित कवयित्रियों को प्रोत्साहित करना और उनकी लेखन शैली को परिष्कृत कर आगे बढ़ाना है । इस कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने नव पल्लव संस्था और उससे जुड़े हर सदस्य को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की।