नई दिल्ली. देश में बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते रोजाना एक लाख से ज्यादा कोरोना टेस्ट किये जा रहे हैं. देश में अब तक देश में कोरोना वायरस जांच की संख्या 20 लाख पहुंच चुकी है. ये टेस्ट 504 सरकारी और निजी लैब में किये जा रहे हैं. इस बीच कम वक्त में कोरोना की ज्यादा जांच के लिए कोबास-6800 मशीन लायी गयी है. जिसे नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने सौंप दी. भारत में ये अपने आप में कोरोना टेस्ट की पहली खास मशीन है.
एनसीडीसी सेंटर में इस अत्याधुनिक मशीन के जरिये अब जांच की जाएगी. इस मशीन से 24 घन्टे में 1200 सैम्पल टेस्ट हो सकेंगे. जिससे एक साथ कई सैम्पल टेस्ट हो सकते हैं. इस मशीन के चलते पेंडेंसी भी खत्म हो जाएगी. मशीन को एनसीडीसी को सौंपते हुए डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि ये मशीन रोबोटिक्स से लैस है. जिससे हेल्थकेयर वर्कर्स को इंफेक्शन का खतरा नहीं होगा. टेस्ट भी ज्यादा तादात में रिजल्ट कम वक्त में आ जाएगा.
जानकारी के अनुसार कोबास 6800 मशीन को टेस्टिंग के लिए न्यूनतम सीएसएल 2 और नियंत्रण लेवल के लैब की जरूरत होती है. इसे किसी भी फैसिलिटी पर नहीं रखा जा सकता है. कोबास वायरल हेपेटाइटिस बीएंडसी, एचआईवी, एमटीबी, पैपिलोमा, सीएमवी, क्लैमाइडिया और नेयसेरेमिया जैसे लक्षणों का पता लगाने में भी सक्षम है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामले दोगुने होने की दर पिछले तीन दिन में धीमी होकर 13.9 दिन हो गई है.
साथ ही अब कोविड-19 की जांच की भारत की क्षमता प्रतिदिन 1,00,000 परीक्षण की हो गई है और अब तक करीब 20 लाख परीक्षण किए जा चुके हैं. देश में गुरुवार को कोरेाना वायरस के संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,549 हो गई, वहीं संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 78,003 पर पहुंच गई है.