नई दिल्ली. देश भर में बर्ड फ्लू के खतरे के बीच कई राज्यों में कौवों और कई दूसरे पक्षियों की मरने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. इस बीच, दिल्ली के लाल किले में मृत मिले कौओं के सैंपल में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद स्मारक भवन में लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है.
दिल्ली सरकार के पशुपालन विभाग के डायरेक्टर राकेश सिंह ने बताया कि कुछ दिनों पहले लाल किले में करीब 15 कौवे मृत मिले थे. पक्षियों के सैंपल्स जांच के लिए जालंधर स्थित लैब में भेजे गए थे.
उन्होंने कहा कि एहतियात के तौर पर लाल किले को दर्शकों के लिए 26 जनवरी तक बंद कर दिया गया है. वहीं, 16 जनवरी को दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में भी बर्ड फ्लू का पहला मामला सामने आया था.
दिल्ली के चिडिय़ाघर में एक उल्लू के मृत पाए जाने पर बर्ड फ्लू टेस्ट के लिए सैम्पल भेजा गया था जो पॉजिटिव पाया गया है. चिडिय़ाघर प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक सैंपल में ॥5हृ8 एवियन इन्फ्लूएंजा की पुष्टि हुई है.
पैक्ड चिकन की बिक्री पर रोक
दिल्ली सरकार ने बर्ड फ्लू के मद्देनजर शहर के बाहर से आने वाले पैक्ड चिकन की बिक्री पर रोक लगा दी थी और पूर्वी दिल्ली में स्थित गाजीपुर मुर्गा मंडी को बंद करने का आदेश दिया था. संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए राप्टर्स और अन्य मांसाहारी जानवरों को भी अब चिकन नहीं खिलाया जा रहा है. फिलहाल, गुरुवार को गाजीपुर से लिए गए सभी 100 सैंपल्स की टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद मंडी को फिर से खोल दिया गया.
दिल्ली चिडिय़ाघर में स्वच्छता अभियान
मालूम हो कि दिल्ली में इस महीने की शुरुआत में ही बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई हो गई थी, जब मयूर विहार, द्वारका और राजधानी के अन्य हिस्सों में मृत कौवों और अन्य पक्षियों के सैंपल्स में एवियन इन्फ्लूएंजा पाया गया था.
राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों में कम से कम 35 मृत कौवे पाए गए हैं. जसोला के एक जिला पार्क में 24 कौवे मृत पाए गए और संजय झील में 10 बत्तखों की मौत हो गई थी. इसे देखते हुए दिल्ली चिडिय़ाघर के अधिकारियों ने एक स्वच्छता अभियान चलाना शुरू कर दिया है.