कृषि बिल: कांग्रेस ने कहा- संसदीय लोकतंत्र में आज काला दिन, अपने हक के लिए किसान सड़कों पर
कांग्रेस ने राज्यसभा में कृषि संबंधी विधेयक पारित होने पर कहा कि आज का दिन संसदीय लोकतंत्र के में काला दिन है. कांग्रेस ने कहा कि विधेयक पारित करने के लिए सरकार ने जल्दी दिखाई है.
नई दिल्ली. संसद में कृषि विधेयक पास होने के बाद कांग्रेस ने आज के दिन भारत के संसदीय लोकतंत्र में काला दिन करार दिया. कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि जिस तरह से किसान विरोधी कानून (Anti-Farmer Law) राज्यसभा (Rajyasabha) में लाया गया वह अस्वीकार्य और निंदनीय है. वेणुगोपाल ने कहा कि किसान एसोसिएशंस और संगठन अपने हक की लड़ाई के लिए सड़कों पर हैं.केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हमें समझ में नहीं आता कि जल्दी किस बात की है? वह (सरकार) किसानों की आवाज नहीं सुन रहे हैं. वह राजनीतिक दलों की बातें नहीं सुन रहे हैं. वह संसद की खासकर कि विपक्ष की आवाज नहीं सुन रहे हैं.
केसीवेणुगोपाल ने कहा कि मैंने राजनाथ सिंह और पांच अन्य मंत्रियों की प्रेस कॉन्फ्रेंस देखी. वह उपसभापति के कदम और उनके रवैये पर सफाई दे रहे थे. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. हम वरिष्ठ मंत्रियों से अच्छी प्रतिक्रिया की उम्मीद करते हैं. उन्हें कम से कम उपसभापति के व्यवहार की निंदा करनी चाहिए थी. केसी वेणुगोपाल ने आगे कहा कि लेकिन वह उपसभापति और उनकी प्रक्रिया पर सफाई दे रहे थे. इसका मतलब है कि आज का पूरा कार्यक्रम एक साजिश था, जो कि बीजेपी के नेतृत्व में बना था. वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि वह सदन में किसानों की आवाजों को दबाना चाहते हैं.
वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद में कृषि संबंधी विधेयकों के पारित होने के बाद रविवार को आरोप लगाया कि सरकार ने इन विधेयकों के रूप में किसानों के खिलाफ ‘मौत का फरमान’ निकाला है.