नयी दिल्ली: एग्जिट पोल के दावे के बाद राजनीतिक हलचल तेज हाे गयी है. एनडीए जहां नरेंद्र मोदी सरकार की वापसी के अनुमान से गदगद है, तो यूपीए 23 मई तक इंतजार के मूड में है. सोमवार को एनडीए व यूपीए दोनों ही खेमों में भेंट-मुलाकात का दौर जारी रहा. इसी कड़ी में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को एनडीए के घटक दलों की बैठक बुलायी है, जिसमें ताजा हालात पर चर्चा होगी. इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा बिहार के सीएम नीतीश कुमार समेत एनडीए के तमाम बड़े नेताओं के मौजूद रहने की संभावना है.दूसरी तरफ कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के नेता भी मंगलवार को दिल्ली में मिलेंगे और भावी रणनीति पर चर्चा करेंगे. इसी कड़ी में सोमवार की शाम आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से कोलकाता में भेंट की. त्रिशंकु परिणाम की स्थिति में दोनों ने केंद्र में गैर एनडीए सरकार की संभावनाओं पर चर्चा की. 45 मिनट तक की बातचीत में कांग्रेस के समर्थन से विपक्षी दलों की संभावना पर गुफ्तगू की. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बनर्जी से फोन पर बात की. 21 विपक्षी दलों के नेता वीवीपीएटी के मुद्दों पर मंगलवार को चुनाव आयोग से भी मिलेंगे.इससे पहले लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बसपा प्रमुख मायावती से मुलाकात की. मतगणना से पहले दोनों नेताओं की मुलाकात कुछ नया संकेत दे रही है. यूपी में दोनों दलों ने एक साथ चुनाव लड़ा था. कुछ सर्वे सपा-बसपा गठजोड़ को भाजपा की बराबरी या एक-दो सीटें ज्यादा मिलने का दावा कर रहे हैं. इधर, कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी ने दावा किया कि सभी सर्वे गलत तरीके से तैयार किये गये हैं.भाजपा का दावा अल्पमत में कमलनाथ सरकार- मध्यप्रदेश भाजपा ने दावा किया कि सीएम कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार को पूर्ण बहुमत नहीं है. ऐसे में सरकार को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना चाहिए. एग्जिट पोल में केंद्र में भाजपा सरकार की वापसी पर प्रतिक्रिया देते हुए विस में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि वह विस का विशेष सत्र शीघ्र बुलाने के लिए राज्यपाल को पत्र लिख रहे हैं.