निजाम खान
*टिड्डी दलों के हमले से फसल के नुकसान की आशंका को देखते हुए उप विकास आयुक्त श्री नागेंद्र कुमार सिन्हा ने की बैठक दिए कई दिशा–निर्देश*
*उप विकास आयुक्त श्री नागेंद्र कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टिड्डी नियंत्रण कार्यदल गठित*
*प्रखंड स्तरीय नियंत्रण एवं प्रबंधन दल गठित करने का दिया निर्देश, संबंधित विभागों को अलर्ट रहने को कहा*
*टिड्डी दलों से बचाव व जरूरी कीटनाशकों की जानकारियों से अवगत कराएं, जिले के किसानों को:- उप विकास आयुक्त श्री नागेंद्र कुमार सिन्हा*
टिड्डी दलों के हमले से फसल के नुकसान की आशंका को देखते हुए उप विकास आयुक्त जामताड़ा श्री नागेंद्र कुमार सिन्हा के अध्यक्षता में आज दिनांक 2 जून 2020 को अपने कार्यालय कक्ष में सम्बन्धित पदाधिकारियों के साथ बैठक किया गया।
बैठक में उप विकास आयुक्त ने उपस्थित विभागीय पदाधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है।
उप विकास आयुक्त ने जिला स्तरीय टिड्डी नियंत्रण कार्यदल गठित किया।
जिसमें उप विकास आयुक्त कार्यदल के अध्यक्ष होंगे। जिला कृषि पदाधिकारी संयोजक एवं वन प्रमंडल पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी, अग्निशमन पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, कनीय पौधा संरक्षण पदाधिकारी एवं कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक सदस्य होंगे।
उप विकास आयुक्त ने बैठक में जिला कृषि पदाधिकारीको टिड्डी नियंत्रण हेतु रसायनिक कीटनाशियों की भंडारण की पर्याप्तता का आकलन करने को कहा। बाजार में कितना स्टाक उपलब्ध हैं। जिले मे कितना संभावित खपत हो सकता है और इस पर कितना व्यय होगा इसका आकलन कर जिला को प्रतिवेदन समर्पित करें। ताकि राशि की मांग विभाग से त्वरित की जा सके।
उन्होंने हाईस्पीड–लोवोल्यूम स्प्रेयर,पावर स्प्रेयर,गटोर स्प्रेयर, नैप सैक स्प्रेयर,वाहन पर प्रतिष्ठापित किए जाने वाले स्प्रेयर आदि की उपलब्धता की जानकारी लिया गया। बाजार में संबंधित रसायन हैं या नहीं इसका पता लगाने को कहा गया।
जिला परिवहन पदाधिकारी को पिकअप वैन, छोटे ट्रक, ट्रैक्टर आदि को टैग करने का निर्देश दिया।
संबंधित पदाधिकारी को अन्य लाइन डिर्पाटमेंटों के कर्मियों की सूची तैयार करने को कहा। उनका अलग–अलग दल बनाया जाएगा, जो आवश्यकतानुसार कीटनाशक का छिड़काव कार्य करेंगे।
उप विकास आयुक्त ने जन संपर्क टीम को किसानों को टिड्डी दल से फसलों के नुकसान एवं उससे बचाव के प्रति जागरूक करने का निर्देश दिया। कृषि विभाग को जागरूकता संबंधित आडियो क्लिप तैयार करने को कहा। जिसे प्रखंडों को उपलब्ध कराकर विभिन्न वाहनों से माइकिंग कराने की बात कहा गया।
उप विकास आयुक्त ने निर्देश दिया की कृषि विभाग से संबंधित सभी फील्ड स्टाफ यथा कनीय पौधा संरक्षण पदाधिकारी, पौधा संरक्षण प्रयेक्षण, पौधा संरक्षण निरीक्षक, बीटीएम, एटीएम, VLW, कृषक मित्र आदि को इस कीट के सम्बन्ध में संवेदनशील बनाने तथा उन्हें जागरूक करने हेतु आत्मा के माध्यम से जागरूकता शिविरों का आयोजन करवाना इसमें सोशल डिस्टेंसिंग,मास्क का प्रयोग तथा सैनिटाइजर का प्रयोग आवश्यक हो इसमें कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक भी अपना योगदान देंगे।
उप विकास आयुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया है की वे प्रखंड स्तरीय टीम गठित कर ले।
जिसमें प्रखंड विकास पदाधिकारी अध्यक्ष,प्रखंड कृषि पदाधिकारी सदस्य,प्रखंड तकनीकी प्रबंधक संयोजक,सहायक तकनीकी प्रबंधक सदस्य,वरीय जनसेवक सदस्य, प्रत्येक पंचायत से एक कृषक मित्र सदस्य होंगे।
कार्य दल की प्रथम बैठक यथाशीघ्र कर लेने का निर्देश उप विकास आयुक्त द्वारा दिया गया। ताकि स्थिति की आकस्मिकता को देखते हुए कीट के प्रकोप की स्थिति में दैनिक बैठक की जाना उचित होगी।
*टिड्डी दल के आने से पूर्व सभी तैयारियां करने का निर्देश सम्बन्धित पदाधिकारियों को दिया गया।*
जिला कृषि पदाधिकारी श्री सबन गुड़िया ने कहा कि टिड्डी दल के आक्रमण की अवस्था में पारंपरिक उपाय यथा धुआं उत्पन्न कर तथा ढोल नगाड़े बर्तन आदि पीटकर टिड्डी दल को भगाने का कार्य किया जाता है। जब टिड्डी दल रात्रि विश्राम हेतु बैठे तब सभी सुरक्षा के उपायों का ध्यान रखते हुए उन पर कीटनाशकों का सावधानीपूर्वक प्रयोग करना होता है ताकि टिड्डी दल का सफाया किया जा सके।
जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि कृषक मित्रों के माध्यम से ग्राम स्तर पर टिड्डी दल नियंत्रण के पारंपरिक उपायों तथा आधुनिक उपायों का प्रचार प्रसार करवाना तथा ग्रामीण हाट बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कि टिड्डी दल के नियंत्रण के संबंध में जागरूकता फैलाया जाएगा।
मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी सह जिला उद्यान पदाधिकारी श्री संबंन गुड़िया,जिला परिवहन पदाधिकारी सह जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्रीमती कंचन कुमारी भुदोलिया, वन प्रमंडल पदाधिकारी(वन रोपन/सामाजिक वानिकी),जिलास्तरीय अग्नि शमन विभाग के पदाधिकारी श्री अशोक कुमार सिंह,कनीय पौधा संरक्षण पदाधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक श्री गोपाल कृष्ण सहित संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।