क्या इस बार बागडेहरी पंचायत के निवर्तमान मुखिया रेवती मुर्मू को जनता मुखिया के रूप में नहीं देखेगी
बागडेहरी के निवर्तमान मुखिया रेवती मुर्मू को अपने जीत पर नहीं है भरोसा
निजाम खान
जामताड़ा: आगामी 27 मई को कुंडहित प्रखंड क्षेत्र में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होना है |जिसको लेकर प्रत्याशी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए एड़ी चोटी एक कर रहे हैं|कोई किसी को घर जाकर अपने पक्ष में वोट कराने को रिझा रहे हैं तो कोई सड़क पर जनता को अपने पक्ष में वोट कराने को रिझा रहे है| ऐसे में मामला यह देखना दिलचस्प रहेगा कि आखिर प्रखंड क्षेत्र के कौन ऐसा पंचायत है जहां की जनता अपने पंचायत के मुखिया को बदलने के मूड में दिख रहे हैं ?आखिर वजह क्या है कि पंचायत के मुखिया को परिवर्तन कर नए प्रत्याशि को जगह देने की ठान रखे हैं| हमारा उद्देश्य किसी की जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रचार प्रसार करने के पक्ष में खबरें प्रकाशित नहीं करना है |सिर्फ और सिर्फ जनता की बात जनता के सामने रखना है| आखिर मुखिया की गलती क्या है जो मुखिया को जनता चेंज करने की मूड में है ?तो मैं आपको बता देना चाहता हूं सूत्र के हवाले से जानकारी प्राप्त हो रही है कि बागडेहरी पंचायत के निवर्तमान मुखिया रेवती मुर्मू को बागडेहरी पंचायत की जनता इस बार मुखिया के रूप में नहीं देखना चाहती हैं |लोगों का कहना है के निवर्तमान मुखिया के कार्यकाल में ज्यादातर बिचौलिया हावी रहा | बताया जा रहा है की मुखिया का कोई भी काम में अपना डिसिशन नहीं होता था बल्कि बिचौलियों की डिसिशन होती थी | बताया जा रहा है किसी भी बात को लेकर के मुखिया के पास जाते थे तो मुखिया का हवाला यही आता था कि यह हमारा फंड में नहीं है |अब जनता का कहना है आखिर हम लोग एक पंचायत के मुखिया को अपने पंचायत को चलाने के लिए दायित्व दिया हूं ताकि वह हमारे पंचायत में लोगों के दुख दर्द को विभाग तक पहुंचा कर समस्या का समाधान करें |कहा कि चापाकल मरम्मत के विषय में जब भी मुखिया के पास जाते थे तो यही हवाला आता था कि मेरे फंड में नहीं है |अब जनता का कहना है कि आपकी फंड में भले ही नहीं है लेकिन आप इस बात को विभाग के समक्ष तो रख सकती है| हर कोई आम आदमी को तो हर कोई विभाग की जानकारी नहीं रहती है, लेकिन एक मुखिया को इन सब संबंधित कार्य में जानकारी तो होगी ही | सूत्र बताते हैं कि निवर्तमान मुखिया के कार्यकाल के दौरान पंचायत भवन की रिपेयरिंग भी ठीक-ठाक से नहीं हुई है वही पंचायत क्षेत्र के आस्था जोड़ा के टाकाचोरा नामक जोरिया पर श्मशान घाट पर विश्रामालय का निर्माण किया गया जिसका अभी तक प्लास्टर नहीं किया गया है उसी के सामनेेे ही गार्डवाल के ऊपर गार्डवाल का निर्माण किया गया है| सूत्र के मुताबिक निवर्तमान मुखिया के कार्यकाल में सिर्फ और सिर्फ खाओ पकाओ योजना बनाा है कुछ भी भला नही | सूत्र के मुताबिक लोगों का यही भी कहना है कि निवर्तमान मुखिया पर इस वजह से सबसे ज्यादा जनता नाराज है कि बागडेहरी में लॉक डाउन की वजह से 2 साल तक चैत्र गाजन का मेला बंद था|लेकिन इस बार शिव मंदिर परिसर में मेला लगा था जिसकी डाक की व्यवस्था होती है जो प्रखंड स्तर से मुखिया को पत्र निर्गत होता है| आपको बता दें मिली जानकारी के अनुसार अंचल कार्यालय से प्रखंड कार्यालय को चैत्र गाजन मेला के डाक लिए पत्र निर्गत होता है|फिर प्रखंड कार्यालय से बागडेहरी पंचायत के मुखिया को डाक कराने के लिए पत्र निर्गत होता है और उसी के माध्यम से फिर क्षेत्र में ढोलक देकर प्रचार प्रसार किया जाता है| लेकिन सूत्र के हवाले से बताया जा रहा है कि निवर्तमान मुखिया रेवती मुर्मू ने ऐसा नहीं किया बल्कि गुप्त रूप से 2-4 बिचौलिया को लेकर इस मेले का गुप्त तरीके से डाक कर लिया गया| क्षेत्र में इस मेले की डाक के बारे में किसी जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी| इससे पंचायत की जनता मुखिया के प्रति काफी नाराज है| गौरतलब है कि पंचायत के निवर्तमान मुखिया को भी अपनी जीत को लेकर पूर्ण रूप से उम्मीद नहीं है| उन्हें भी लग रहा है शायद वह इस बार पंचायत चुनाव हार सकती है |शायद उनके मन में अपने किए गए कार्यों के बारे में सही या गलत की समीक्षा हो रही है |हालांकि अब देखना दिलचस्प रहेगा कि क्या वाकई बागडेहरी पंचायत के निवर्तमान मुखिया रेवती मुर्मू त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हार रही है या फिर जीत सुनिश्चित कर लोगों के सामने मुखिया के रूप में आ रही है? यह तो जनता जनार्दन जनता ही आगामी 27 मई को अपने मत को दान कर तय करेगी इस बार बारडेहरी पंचायत में मुखिया के रूप में किसको देखना पसंद करेंगे लोग?
क्या कहते हैं पंचायत के निवर्तमान मुखिया: बागडेहरी पंचायत के निवर्तमान मुखिया रेवती मुर्मू से जब पत्रकार निजाम खान ने संपर्क किया तो उन्होंने कहा की जीत हार बताया नहीं जा सकता है |जो भाग्य में है वही होगा| वही चैत्र गाजन मेला को लेकर कहा कि उन पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद, झूठ व निराधार है|