कहां हो दिनकर ??
वो पथ सिमरिया,
वो तट भगीरथ
तुम्हें पुकारे कहां हो दिनकर ,
ये भाव भूमि ,ये चेतना स्वर
तुम्हें पुकारे कहां हो दिनकर ।
तुम्हारी वाणी का ओज ढूंढे,
ये देश तुझ सा नरेश ढूंढे, तुम्हीं थे सागर, तुम्हीं थे पुष्कर ,
तुम्हें पुकारे कहां हो दिनकर ।
थे पथ पे कंटक, नहीं रुके तुम,
था घोर संकट नहीं झुके तुम ,
नई कलम का प्रतिमान गढ़ कर ,
तुम्हें पुकारे कहां हो
दिनकर ।
वो पथ सिमरिया, वो तट भगीरथ
तुम्हें पुकारे कहां हो दिनकर ।
डॉ कल्याणी कबीर
जमशेदपुर