कोलकाता. पश्चिम बंगाल की 294 सीटों वाली विधानसभा के लिए इस बार आठ चरणों में चुनाव होने हैं। कई जिलों में 2-3 चरणों में चुनाव कराए जा रहे हैं. इस पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सवाल उठाए हैं.
ममता बनर्जी ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें संदेह है कि तारीखों की घोषणा बीजेपी के चुनाव प्रचार अभियान के बेहतर प्रबंधन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के सुझावों के अनुसार की गई है. बनर्जी ने कालीघाट स्थित अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को राज्य को भगवा खेमे की आंखों से नहीं देखना चाहिए, उनका इशारा बीजेपी की ओर था.
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का पूरा सम्मान करते हुए मैं यह कहना चाहती हूं कि इस पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं कि बंगाल में कई चरणों में चुनाव क्यों होंगे, जबकि अन्य राज्यों में एक चरण में मतदान होगा. यदि चुनाव आयोग लोगों को न्याय प्रदान नहीं करता तो लोग, कहां जाएंगे. बनर्जी ने कहा कि इन सभी चालों के बावजूद, वह चुनाव जीतेंगी.
उन्होंने कहा कि मुझे अपने सूत्रों से जानकारी मिली है कि चुनाव की तारीखें उसी अनुरूप हैं, जिस तरह से बीजेपी चाहती थी. क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के सुझावों के अनुसार तारीखों की घोषणा की गई है? प्रधानमंत्री और गृह मंत्री राज्य के चुनाव के लिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग नहीं कर सकते हैं.
बनर्जी ने अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के चुनाव जीतने के बारे में विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि वह राज्य की बेटी हैं और बंगाल को बीजेपी से बेहतर जानती हैं. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में चुनाव होंगे. बंगाल में 27 मार्च को पहले चरण, 1 अप्रैल को दूसरे चरण का, 6 अप्रैल को तीसरे चरण, 10 अप्रैल को चौथे चरण, 17 अप्रैल को पांचवे चरण की वोटिंग होगी. छठे चरण की वोटिंग 22 अप्रैल को, सातवें चरण की वोटिंग 26 अप्रैल को और आखिरी यानी आठवें चरण की वोटिंग 29 अप्रैल को होगी.