नेशनल फेडरेशन ऑफ इडियन रेलवे मेन (एनएफआईआर) के आव्हान पर संघ के अध्यक्ष डॉ. आर.पी. भटनागर के निर्देश पर समूचे भारतीय रेल में अखिल भारतीय विरोध दिवस मंगलवार 20 अक्टूबर को आयोजित हुआ. पमरे के भोपाल – कोटा- जबलपुर मंडलों, भोपाल-कोटा कारखानों समेत सभी प्रमुख स्टेशनों पर सरकार की बोनस न देने की मंशा के खिलाफ जमकर प्रदर्शन हुए.
संघ के कार्यकारी महामंत्री व संघ प्रवक्ता सतीश कुमार ने बताया पमरे मजदूर संघ के महामंत्री अशोक शर्मा के मार्गदर्शन में मंडल अध्यक्ष एस.एन. शुक्ला व मंडल सचिव डी.पी. अग्रवाल के नेतृत्व में मंडल रेल प्रब ंधक कार्यालय, जबलपुर में बोनस समेत रेल कर्मियों की अन्य ज्वलंत समस्याओं को लेकर एक दिवसीय व्यापक धरना प्रदर्शन आयोजित हुआ.
आन्दोलन के दौरान एस.एन. शुक्ला ने केन्द्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि बोनस रेल कर्मियों का अधिकार है, जिसे लम्बे संघर्ष के बाद एनएफआईआर ने दिलाया था. जिसे दिलाने के लिए संघ किसी भी स्तर तक जाने तैयार है. मंडल सचिव डी.पी. अग्रवाल ने हुॅकार भरते हुए कहा कि कोरोना की आड़ में बोनस हड़पने की केन्द सरकार की साजिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि बोनस के अलावा पमरे प्रशासन द्वारा रेल कर्मियों के नाईट ड्यूटी एलाउन्स पर रोक हटाने, रेल आवासों की मरम्मत व पुताई पर रोक हटाने, एचआरएमस की गलतियों को दुरस्त करने, ईपास के लिए दबाव न बनाने, रनिंग स्टॉफ की समस्याओं को दूर करने, सतना से इटारसी गुड्स ट्रेन का एक ही क्रू द्वारा संचालन बन्द करने, कार्य के दौरान दुर्घटनाओं की रोकथाम, कोविड – 19 के संक्रमण को रोकने कार्य के दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने, रेलवे/ जिला चिकित्सकों द्वारा कोविड -19 के बीमार मरीजों को क्वारान्टीन की अवधि के लिए अवकाश के स्पष्ट निर्देश आदि मुद्दों को भी पुरजोर तरीके स उठाया.