नई दिल्ली. उल्कापिंडों के धरती से टकराने या पास से गुजरने की खबरें हम अक्सर पड़ते हैं, लेकिन अब नासा के एक 38 साल पुराने सैटेलाइट ईआरबीएस के बेकाबू होने के बाद धरती से टकराने की आशंका बढ़ गई है. नासा ने जानकारी दी है कि 38 साल पुराना सैटेलाइट ईआरबीएस आने वाले 7 दिनों में धरती से टकरा सकता है या धरती के वायुमंडल में प्रवेश करते ही जलकर भस्म हो सकता है.
मलबा धरती पर गिरने की आशंका कम
नासा ने शुक्रवार को बताया कि सैटेलाइट का मलबा धरती पर गिरने की आशंका बेहद कम है. नासा के अनुसार 5,400 पाउंड (2,450 किलोग्राम) का अधिकांश उपग्रह वायुमंडल में प्रवेश करने के बाद जल कर खाक हो जाएगा और इसके कुछ छोटे से टुकड़े संभवत: धरती तक पहुंच सकते हैं, जिससे कोई बड़ा नुकसान होने की आशंका नहीं है.
अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कहा कि सैटेलाइट के धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने पर 9,400 टुकड़े होने पर सिर्फ 1 मलबे के धरती पर पहुंचने की आशंका है. अमेरिका रक्षा विभाग के मुताबिक सैटेलाइट के रविवार रात नीचे आने की उम्मीद है और इसमें 17 घंटे का समय लग सकता है. कैलिफोर्निया स्थित एयरोस्पेस कार्पोरेशन इस सैटेलाइट की गतिविधियों पर लगातार नजर रख रहा है.
1984 में लॉन्च किया गया था सैटेलाइट
नासा ने ईआरबीएस सैटेलाइट को 1984 में लॉन्च किया था. यह सैटेलाइट धरती पर आने वाले विकिरण और उत्सर्जित होने विकिरण के हिसाब रखता था. इस सैटेलाइट का आधिकारिक कार्यकाल 2 साल का था, लेकिन इसने साल 2005 तक अपनी सेवाएं दी थी और ओजोन परत को लेकर विस्तृत रिपोर्ट धरती पर भेजी थी. ईआरबीएस उपग्रह ने अध्ययन किया कि कैसे पृथ्वी सूर्य से ऊर्जा को अवशोषित और विकीर्ण करती है.