लखनऊ। चुनाव आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव का ऐलान होने के साथ ही उत्तर प्रदेश में सियासी पारा चढ़ने लगा है। और यह सियासी पारा दल बदलने के सिलसिले के रूप में सामने आया है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण है, योगी सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी का साथ छोड़कर सपा का दामन थाम लिया है। मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद मऊ जिले में उनके समर्थकों ने भी बीजेपी छोड़ने का ऐलान किया है। इनमें रीता मौर्या जिला पंचायत सदस्य व उनके पति पूर्व जिला पंचायत सदस्य राधेश्याम मौर्या ने अपने 5 गांव के प्रधान और उनके समर्थकों के साथ बीजेपी छोड़ने की घोषणा की है। इतना ही नहीं, बीजेपी के तीन और विधायकों द्वारा भी बीजेपी का दामन छोड़ने की बात सामने आई है, हालांकि इनमें से दो विधायकों ने इन बातों को महज अफवाह बताते हुए खंडन कर दिया है।
मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद जिन बीजेपी विधायकों ने पार्टी से त्यागपत्र दिया है, उनमें रोशन लाल वर्मा, ब्रजेश प्रजापति और कानपुर से विधायक भगवती सागर शामिल हैं, जबकि औरया जिले के बिधूना विधानसभा सीट से विधायक विनय शाक्य का नाम भी इस्तीफे वाली लिस्ट मैं आ रहा था, लेकिन उन्होंने इस्तीफे वाली बात से खंडन किया है। इसके अलावा, शेखूपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक धर्मेंद्र शाक्य उर्फ पप्पू भईया ने भी बीजेपी से इस्तीफा देने की बात का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं और बीजेपी में ही रहूंगा। कासगंज जिले के पटियाली विधानसभा से भाजपा विधायक ममतेश शाक्य का नाम भी इस्तीफे वाली लिस्ट में आ रहा था, लेकिन उन्होंने भी इस्तीफे वाली बात का खंडन किया है। उन्होंने भी अपने बयान में कहा है कि वह 100 प्रतिशत भाजपा में ही हैं और रहेंगे।
उधर, कांग्रेस को भी एक झटका लग चुका है। कांग्रेस में रहे इमरान मसूद ने भी बुधवार को समाजवादी पार्टी का दामन थामने का ऐलान किया है।