कर्नाटक के तीन अधिकारियों की टीम अमरनाथ यात्रा में फंसे यात्रियों को बचाने की मुहिम में जुटी जमशेदपुर का लाल कनिष्क भी टीम में शामिल
129 अमरनाथ यात्रियों को पंचतारणी शिविर में फंसे होने से बचाया
टीम बेहद महत्वपूर्ण कार्य कर राज्य सरकार का नाम कर रही रोशन
लगातार खराब हो रहे मौसम के चलते श्री अमरनाथ यात्रियों का मुसीबत बढ़ती जा रही, लेकिन कर्नाटक सरकार ने इन यात्रियों को बचाने के लिए जो कदम उठाए हैं, वो कबीलेतारिफ है। उन्होंने गत रविवार को 129 अमरनाथ यात्रियों को पंचतारणी शिविर में फंसे होने से बचाया है।
इस अभियान को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार ने तीन सीनियर अधिकारियों की टीम गठित की है,
जो बेहद महत्वपूर्ण कार्य कर राज्य सरकार का नाम रोशन कर रहे हैं। जो टीम गठित की गई है, इन अधिकारियों में आयुक्त, केएसडीएमए पोमाला सुनील कुमार, बेंगलुरु सिटी पुलिस डीसीपी-क्राइम यथीश चंद्रा और आईएएस कनिष्क शामिल हैं, जो अपने अथक प्रयास से यहां फसे लोगों को बचाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इनके प्रयासों से न केवल लोगों की जान बच रही है, बल्कि कर्नाटक सरकार का भी नाम रोशन हो रहा है।
राजस्व विभाग के मुख्य सचिव रश्मि महेश ने बताया कि बाहर जाने वाले यात्रियों को सुरक्षित रखा गया है और वे या तो श्रीनगर पहुंच चुके हैं या श्रीनगर के लिए यात्रा में हैं। उधर, एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार श्री अमरनाथ मंदिर के पास स्थित पंचतारणी आधार शिविर में मौजूद मौसमी स्थिति को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार निरंतर स्थिति का जायजा ले रहा है, साथ ही, कश्मीर और जम्मू के अधिकारियों के साथ समन्वय किया जा रहा है ताकि पंचतारणी में कर्नाटक से आए यात्रियों के लिए असुविधा रहित आरामदायक मुहिम सुनिश्चित की जा सके।
जिन यात्रियों में से 129 फंसे हुए यात्रियों को बाहर ले जाया गया है, उनमें से 78 यात्री बेंगलुरु से हैं, 23 गदग से, 13 मैसूरू से, 6 बल्लारी से, 5 धारवाड़ से और चित्रदुर्गा और विजयनगर से 2-2 यात्री शामिल हैं।
कानून और संसदीय मामलों के मंत्री एच.के. पाटिल ने कहा कि सरकार सेना और मंदिर समिति के साथ समन्वय किया जा रहा है। हर यात्री को जैकेट, चादर और दवाइयां जैसी आवश्यक सामग्री मुहैया कराई जा रही है। मंत्री ने बताया कि उन्हें पंचतारणी से नीलाग्राथ एयरलिफ्ट किया जा रहा है और फिर से श्रीनगर में स्थानांतरित किया जा रहा है। उम्मीद है कि वे सोमवार दोपहर तक कर्नाटक पहुंच गए हैं। उन्होंने बताया कि हर आठ मिनट में एक हेलीकॉप्टर उड़ रहा है, ये गतिविधियां मिशन मोड पर की जा रही हैं।