द सोसाइटी ऑफ होम्योपैथ्स के कन्वेनर ने मलेरिया से बचाव के लिए सोशल में सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को किया जागरूक
संवाददाता
जामताड़ा: विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। उन्हें इस बीमारी से बचने के उपाय बताए गए । हजारों लोगों के बीच वॉइस मैसेज और टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से मलेरिया क्या है , मलेरिया फैलने के क्या कारण हैं, मलेरिया से कैसे बचा जाए ,मलेरिया होने पर क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए आदि विषयों की जानकारी द सोसाइटी ऑफ होम्योपैथ्स के कन्वेनर गाजी रहमतुल्लाह रहमत ने विस्तार से लोगों को दी । भारत के कई राज्यों से लोगों ने मलेरिया के बारे में व्हाट्सएप और फोन के माध्यम से प्रश्न पूछा जिसका उत्तर उन्होंने विस्तार से दिया । प्योर डिस्कशन ग्रुप के एडमिन पास्टर अली रजा ने मलेरिया के बारे में गाजी रहमतुल्लाह रहमत से पूछा जिसका उत्तर उन्होंने विस्तार पूर्वक दिया जिसे प्योर डिस्कशन ग्रुप में भी प्रसारित किया गया। इसके अलावे कई ग्रुप एडमिन ने ग्रुप के माध्यम से और कई सदस्यों ने व्यक्तिगत रूप से रोग के लक्षण, निवारण एवं बचाव के बारे में पूछा। उन्होंने कहा कि जैसे ही मलेरिया के लक्षण (शरीर का तापमान बढ़ना (बुखार),सिरदर्द,पसीना आना,ठंड लगना,उल्टी होना
ये लक्षण अक्सर हल्के होते हैं और कभी-कभी इन्हें मलेरिया के रूप में पहचानना मुश्किल हो सकता है।
कुछ प्रकार के मलेरिया में बुखार 48 घंटे के चक्र में होता है। इन चक्रों के दौरान आपको कंपकंपी के साथ पहले ठंड लगती है। फिर पसीना और थकान के साथ आपको बुखार आता है। ये लक्षण आम तौर पर 6 से 12 घंटे के बीच रहते हैं।
मलेरिया के अन्य लक्षणों में शामिल हैं; मांसपेशियों में दर्द होना,दस्त होना तथा
आम तौर पर अस्वस्थ महसूस करना इत्यादि)
दिखाई पड़े तो तुरंत निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर इलाज करवा लेना चाहिए । इलाज से भी जरूरी है इनके प्रभाव से बचना ।इलाज से बेहतर होता है बचाव करना। इसलिए मच्छरों से बचने के लिए घर के दरवाजों और खिड़कियों में लोहे की जाली लगवाएं। कोशिश करें कि फुल पैंट और फुल स्लीव वाले कपड़े पहनें ताकि आपका शरीर पूरी तरह ढंका रहे और मच्छर न काट सकें। मानसून या गर्मी में खुद को अच्छी तरह से हाइड्रेट रख कर आप मलेरिया को मात दे सकते हैं। इन दिनों में शरीर गर्म रहता, जिसे निकालना बेहद आवश्यक हो जाता है। इसके लिये आपको दिर भर में पर्याप्त पानी पीने के अलावा नारियल पानी, जूस आदि भी पीने चाहिये। उन्होंने मशवरा देते हुए कहा कि मच्छर हमेशा घर के दरवाजे और खिड़कियों के पास और कोनों में छिपे रहते हैं। इन जगहों पर मच्छर मारने वाले स्प्रे जरूर डालें। इसके अलावा आप मच्छरों वाली रिफिल का भी इस्तेमाल करें।
घर के आसपास हमेशा सफाई रखें और पानी न जमा होने दें। मच्छर पानी में ही अंडे देते हैं इसलिए कूलर की टंकी, आसपास के गड्ढों या ऐसी किसी भी जगह पानी जमा न होने दें।ऐसी जगह जहां पर कूड़ा या गंदगी हो, वहां पर ना जाएं क्योंकि वह जगह मच्छरों के पनपने की जगहें होती हैं। साथ ही शाम के समय पार्क, झाड़ झंकाड़ वाली जगहों में न जाएं और घर पर ही रहें। इस तरह आप अपने आप को मलेरिया से महफूज रख सकते हैं|