– पीएम मोदी ने पश्चिमी यूपी को दी एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट की सौगात
– पांच अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला देश का पहला राज्य बना यूपी
नोएडा। बहुप्रतीक्षित नोएडा ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को शिलान्यास कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश को एक बड़ी सौगात दे दी है। इस एयरपोर्ट के शिलान्यास के साथ ही उत्तर प्रदेश पांच अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला देश का पहला राज्य बन गया है। दुनिया के चौथे और एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट का शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री ने एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, पहले की सरकारें सिर्फ घोषणाएं करती थीं, लेकिन हम ऐसा नहीं करते। उन्होंने कहा, पहले दिल्ली और लखनऊ में खींचतान चलती रहती थी, क्योंकि वो सरकारें लोगों को अंधेरे में रखना चाहती थीं। जिसे पहले की सरकारों ने झूठे सपने दिखाए, आज वही यूपी अंतर्राष्ट्रीय छाप छोड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि आज इस एयरपोर्ट के भूमिपूजन के साथ ही दाऊ जी मेले के लिए प्रसिद्ध जेवर भी अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर अंकित हो गया है। इसका बहुत बड़ा लाभ दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी यूपी के करोड़ों लोगों को होगा। 21वीं सदी का नया भारत आज एक से बढ़कर एक बेहतरीन आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहा है। बेहतर सड़कें, बेहतर रेल नेटवर्क, बेहतर एयरपोर्ट, ये सिर्फ इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट ही नहीं होते, बल्कि ये पूरे क्षेत्र का कायाकल्प कर देते हैं, लोगों का जीवन बदल देते हैं। हर किसी को इसका लाभ मिलता है। इसकी ताकत और बढ़ जाती है, जब उनके साथ सीमलेस कनेक्टिविटी हो, लास्ट माइल कनेक्टिविटी हो। ये एयरपोर्ट कनेक्टिविटी की दृष्टि से भी बेहतरीन मॉडल बनेगा।
उन्होंने कहा, मैं एक बात और कहूंगा, मोदी-योगी भी चाहते तो 2017 में सरकार बनते ही यहां आकर भूमि पूजन कर देते, फोटो खींचवा देते, अखबार में प्रेस नोट भी छप जाती और अगर, ऐसा हम करते तो पहले की सरकारों की आदत होने के कारण हम कुछ गलत कर रहे हैं, ऐसा भी नहीं लगता। पहले आनन-फानन में रेबड़ियों की तरह प्रोजेक्ट की घोषणाएं होती थीं, लेकिन प्रोजेक्टस जमीन पर कैसे उतरेंगे, अड़चनों को दूर कैसे करेंगे, धन का प्रबंध कहां से करेंगे, इस पर विचार ही नहीं होता था। इस कारण से प्रोजेक्ट दशकों तक तैयार नहीं होते थे। घोषणा हो जाती थी, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया इन्फ्रास्ट्रक्चर हमारे लिए राजनीति नहीं, राष्ट्रनीति का हिस्सा है। हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि तय समय पर ही काम पूरा हो जाए, देरी होने पर हमने जुर्माने का प्रवधान किया है।
उन्होंने बिना नाम लिए कुछ राजनीतिक दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दलों ने हमेशा अपने स्वार्थ को सर्वोपरी रखा है। इन लोगों ने हमेशा अपने स्वार्थ को अधिक महत्व दिया और अपने परिवार का ही विकास किया, जबकि हमने राष्ट्र के प्रति अपना सर्मपण दिखाया है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास, यही हमारा मंत्र है, जिसको हर मोर्चे पर साकार किया जा रहा है। पहले सरकारों के कार्यकाल के दौरान किसानों से जमीन तो ली गई, लेकिन उनमें या तो मुआवजे से जुड़ी समस्या रही, या फिर सालों से जमीन बेकार पड़ी हुई है। हमने किसान हित में, देश के हित में इन अड़चनों को भी दूर किया। हमने सुनिश्चित किया कि प्रशासन किसानों से समय पर भूमि खरीदे और तब जाकर 30 हजार करोड़ की इस परियोजना का भूमि पूजन करने के लिए आगे बढ़े हैं। हमारी कोशिश देश में क्वालिटी इन्फ्रास्ट्रक्चर की सुविधा न केवल सुनिश्चित करना है, बल्कि उसे बढ़ाना भी है। आज आम नागरिक की हवाई सफर का सपना भी पूरा किया जा रहा है। अकेले यूपी में बीते वर्षों में आठ एयरपोर्ट से फ्लाइट शुरू हो चुकी है। कई पर अभी भी काम चल रहा है। इसके अलावा पीएम मोदी ने जेवर के मंच से अन्य परियोजनाओं की भी चर्चा की, जिसमें उन्होंने कहा कि यूपी में 9 मेडिकल कॉलेज को उद्घाटन किया गया। वहीं, झांसी में डिफेंस कॉरिडोर के काम ने गति पकड़ी है। पिछले हफ्ते पूर्वांचल एक्सप्रेसवे समर्पित किया गया। मध्य प्रदेश में बहुत भव्य आधुनिक रेलवे स्टेशन का लोकार्पण किया गया है। महाराष्ट्र में सैकडों किमी के हाईवे का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया।
वैक्सीनेशन को लेकर भी उन्होंने विरोधी पार्टियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस पर भी खूब राजनीति हुई, लेकिन सरकार निरंतर इस पर काम किया और कुछ समय पहले ही 100 करोड़ वैक्सीन डोज के कठिन पड़ाव को पार किया। हमारी राष्ट्रसेवा के सामने कुछ राजनीतिक दलों की स्वार्थनीति नहीं टिक सकती। आज देश में 21वीं सदी की आवश्कताओं को ध्यान में रखते हुए तेजी से काम चल रहा है। यही सशक्त भारत की गारंटी है। डबल इंजन की सरकार की प्रतिबद्धता से यूपी में अग्रणी भूमिका निभाएंगे। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे।
2014 के बाद देश की जनता ने बदलते हुए भारत को देखा है : योगी
सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने किसानों की तारीफ करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मैं उन सात हजार किसानों का धन्यवाद कररूंगा, जिन्होंने बिना किसी विवाद के अपनी जमीन खुद आकर दी। उन्होंने आगे कहा कि 2014 के बाद भारत के नागरिकों ने बदलते हुए भारत को देखा है। केवल सामान्य दिनों में ही नहीं, वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान भी कैसे अपने एक-एक नागरिक की रक्षा करनी है, कैसे उसके जीवन और जीविका की रक्षा करते हुए सुरक्षा कवच देना है। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक एयरपोर्ट के शिलान्यास को पश्चिमी यूपी के लिए ये महत्वपूर्ण क्षण बताया। उन्होंने कहा, कभी यहां के किसानों ने यहां के गन्ने की मिठास को बढ़ाने का काम किया था, लेकिन कुछ लोगों ने यहां दंगों की श्रृंखला खड़ी थी, लेकिन उन सात हजार किसानों की तारीफ भी करूंगा और उन्हें धन्यवाद भी दूंगा, जिन्होंने बिना किसी विवाद के अपनी जमीन खुद आकर दी।
2024 तक पहला फेज पूरा होगा : सिंधिया
ऐतिहासिक कार्यक्रम में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सपना पूरा होने की चमक आज जेवर में देख रही है और वो चमक इसलिए दिख रही है, क्योंकि उस सपने को साकार करने का संकल्प प्रधानमंत्री मोदी ने लिया था, वो पूरा होने जा रहा है। इस हवाई अड्डे का बहुत पुराना इतिहास है। इस माटी पर 34 हजार करोड़ का निवेश आने वाला है। 2024 तक पहला फेज पूरा होगा। करीब 120 लाख यात्रियों का आवागमन होगा। इस एयरपोर्ट से आने वाले समय में नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद समेत कई इलाकों में विकास होगा। एक लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उड्डयन मंत्रालय के मुताबिक रोजाना 35 हजार यात्री दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट की ओर शिफ्ट हो जाएंगे। जेवर से दिल्ली की दूरी करीब 70 किलोमीटर है, जबकि हिंडन से दिल्ली एयरपोर्ट की दूसरी करीब 65 किलोमीटर है। वहीं, मेरठ, बुलंदशहर से यह 50 किलोमीटर के दायरे में आता है।